अयोध्या : राम भक्तों के लिए जन्मभूमि पथ भी खोला गया, श्रद्धालु अब आसानी से कर सकेंगे रामलला के दर्शन
अयोध्या, 30 जुलाई। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पावन नगरी अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। इस बीच मंदिर प्रबंधन ने रविवार को श्रद्धालुओं के लिए जन्मभूमि पथ को भी खोल दिया। इस मार्ग के जरिए राम भक्त आसानी से मुख्य सड़क से होते हुए सीधे रामलला के दर्शन के लिए जा सकेंगे।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष रूप से बनाया गया है जन्मभूमि पथ
गौरतलब है कि जन्मभूमि पथ श्रद्धालुओं के लिए विशेष रूप से बनाया गया है। इस पथ पर कई स्थानों पर श्रद्धालुओं के बैठने के लिए बेंच और पीने के लिए पानी की व्यवस्था भी की गई है। इस मार्ग के शुरू होने से भक्तों को आधा किलोमीटर तक कम चलना पड़ेगा।
जन्मभूमि पथ खुलने पर भक्तों पर की गई पुष्प वर्षा
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, अनिल मिश्र, डॉ. विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र समेत अयोध्या मंडल के मंडलायुक्त गौरव दयाल, जिला अधिकारी नीतीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरण नैयर समेत विश्व हिन्दू परिषद और संघ के तमाम नेताओं की मौजूदगी में आज दोपहर दो बजे जन्मभूमि पथ का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर आमंत्रित सभी गणमान्य सदस्यों ने पुष्प वर्षा कर रामलला के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत किया। जन्मभूमि पथ के खुलने पर भक्तों ने जय श्रीराम के जयकारे लगाए।
नए मार्ग से करीब आधा किलोमीटर तक कम पैदल चलना पड़ेगा
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि अयोध्या के सड़क मार्ग से जुड़ा यह जन्मभूमि पथ भक्तों को बिरला धर्मशाला के सामने से सीधे रामलला के गर्भगृह तक पहुंचाएगा। इस मार्ग के जरिए आसानी से राम भक्त रामलला के दर्शन के लिए जा सकेंगे। पूर्व के दर्शन मार्ग के मुकाबले इस दर्शन मार्ग से श्रद्धालुओं को करीब आधा किलोमीटर तक कम पैदल चलना पड़ेगा। एक खासियत यह भी है कि दर्शनार्थियों एक ही मार्ग से प्रवेश और निकास होगा।
पहले हनुमानगढ़ी के रास्ते मिलता था प्रवेश
रामलला का दर्शन करने आए श्रद्धालु विकल्प त्रिवेदी ने बताया कि पूर्व में जब वह रामलला का दर्शन करने आए थे तो उन्हें हनुमानगढ़ी के रास्ते राम जन्मभूमि परिसर में जाने का मार्ग मिला था। रास्ते काफी संकरे थे, भीड़ में समस्या होती थी। यह मार्ग काफी चौड़ा है। मेले में भी राम भक्तों को कोई असुविधा नहीं होगी। आसानी से रामभक्त व श्रद्धालु इस मार्ग के जरिए रामलला के दर्शन कर सकेंगे।