ईरान : अली खामेनेई ने मोखबर को नियुक्त किया कार्यवाहक राष्ट्रपति, सिर्फ 50 दिन संभाल पाएंगे पद
तेहरान, 20 मई। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति डॉ. इब्राहिम रईसी की मौत के बाद देश के प्रथम उप राष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया है।
अली खामेनेई ने रईसी के निधन के बाद सोमवार को शोक संदेश जारी करते हुए यह घोषणा की। खामनेई ने बताया कि संविधान के अनुच्छेद 131 के अनुसार मोखबर को यह कार्यभार सौंपा गया है। मोहम्मद मोखबर को 50 दिनों के भीतर राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी के लिए न्यायिक प्रमुखों के साथ काम करना होगा।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई। राष्ट्रपति रविवार को पूर्वी अजरबैजान से लौट रहे थे, तभी अजरबैजान के सीमावर्ती शहर जोल्फा के करीब दुर्घटना घटी, जो ईरान की राजधानी तेहरान से 600 किलोमीटर दूर है। लेकिन राष्ट्रपति की मौत की पुष्टि सोमवार को हेलीकॉप्टर का मलबा मिलने के बाद हुई। इस हादसे में ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन सहित हेलीकॉप्टर में सवार सात अन्य लोगों की भी मौत हो गई थी।
ईरान में 5 दिनों का राजकीय शोक, बुधवार को सुपुर्द-ए-खाक होंगे रईसी
इस बीच अली खामेनेई ने अपने शोक संदेश के दौरान देश में पांच दिनों का राजकीय शोक मनाए जाने की भी घोषणा की। वहीं कार्यकारी मामलों के ईरानी उप राष्ट्रपति मोहसिन मंसूरी ने संवाददाताओं को बताया कि राष्ट्रपति रईसी के अंतिम संस्कार की व्यवस्था ईरान के कई शहरों में सावधानीपूर्वक की गई है। मंसूरी ने पुष्टि की कि दिवंगत राष्ट्रपति के सम्मान में तबरिज, कोम, तेहरान, बिरजंद और मशहद में अंतिम संस्कार जुलूस आयोजित किए जाएंगे। दिवंगत राष्ट्रपति रईसी का अंतिम संस्कार बुधवार को किया जाएगा। उन्हें तेहरान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
अली बघेरी बने कार्यवाहक विदेश मंत्री
रईसी की जगह मोहम्मद मोखबर को जहां कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है वहीं विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दोल्लाहियन की मौत के बाद ईरान के शीर्ष परमाणु वार्ताकार अली बघेरी को कार्यवाहक विदेश मंत्री नियुक्त किया गया।
मोखबर सिर्फ 50 दिन रह पाएंगे कार्यवाहक राष्ट्रपति, 28 जून को होगा चुनाव
ईरान के संविधान के मुताबिक राष्ट्रपति की मौत हो जाने की स्थिति में 50 दिनों के अंदर चुनाव कराना जरूरी है। ऐसे में कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाए गए मोहम्मद मोखबर सिर्फ 50 दिनों तक ही इस पद पर बने रह पाएंगे। इन 50 दिनों तक वह राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की कुर्सी संभालेंगे और बचे हुए कामकाज को पूरा करेंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार देश में 28 जून को नए राष्ट्रपति का चुनाव होगा।
कौन हैं मोहम्मद मोखबर देजफुली
उल्लेखनीय है वर्ष 2021 में जब इब्राहिम रईसी ने राष्ट्रपति का पद संभाला तो उन्होंने मोहम्मद मोखबर को अपना पहला उप राष्ट्रपति नामित किया था। मोहम्मद मोखबर ने वर्षों तक अयातुल्ला अली खामनेई के आदेश पर बने फाउंडेशन का नेतृत्व भी किया है। खामनेई वर्ष 2007 में मोखबर को इस पद पर नियुक्त किया था। वैसे इब्राहिम रईसी के बाद देश में दूसरे सबसे बड़े नेता के रूप में मोहम्मद मोखबर को जाना जाता है।
वर्ष 1955 में ईरान के डेजपुल में जन्मे मोहम्मद मोखबर की प्रशासन पर भी अच्छी पकड़ है। मोखबर आठ अगस्त, 2021 से ईरान के 7वें और वर्तमान पहले उप राष्ट्रपति हैं। वह वर्तमान में एक्सपीडिएंसी डिस्कर्नमेंट काउंसिल के सदस्य भी हैं। वह इसके पहले सिना बैंक में बोर्ड के अध्यक्ष और खुजेस्तान प्रांत के डिप्टी गवर्नर रह चुके हैं। उनके पास डॉक्टरेट की दो डिग्रियां हैं। इनमें से एक अंतरराष्ट्रीय अधिकारों पर डॉक्टरेट अकादमिक पेपर और एक एमए की डिग्री शामिल है।