किम जोंग उन ने माना – खाद्य पदार्थों की किल्लत से जूझ रहा उत्तर कोरिया
प्योंगयांग, 2 जनवरी। उत्तर कोरिया खाद्य पदार्थों की किल्लत से जूझ रहा है। इस बात को उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने नए साल के मौके पर अपने संबोधन में स्वीकार किया। सीएनएन न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक किम ने अपने संबोधन के दौरान ज्यादातर समय देश में कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर केंद्रित रखा।
उन्होंने हालांकि खाद्य पदार्थों की कमी का विवरण नहीं दिया। यह पहला मौका नहीं है, जब उत्तर कोरिया के नेता ने खाद्य पदार्थों की कमी की बात स्वीकार की है। इससे पहले उ. कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए ने अप्रैल में अपनी रिपोर्ट में बताया था कि श्री किम ने एक उच्च-स्तरीय राजनैतिक बैठक में अपने संबोधन के दौरान 1990 के दशक की शुरुआत में विनाशकारी अकाल की अवधि का उल्लेख किया और नागरिकों से एक और कठिन समय का सामना करने की अपील की थी।
वहीं श्री किम ने जून 2020 में कहा था कि देश तूफान और बाढ़ के कारण भारी खाद्य संकट की स्थिति का सामना कर रहा है।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने जून 2020 में ही अनुमान लगाया था कि उत्तर कोरिया के पास लगभग 8, 60,000 टन से भी कम खाद्य पदार्थ है, जो महज दो महीने की आपूर्ति के लिए पर्याप्त है।