
महाकुम्भ के बाद RSS में ‘संगम’ की तैयारी? अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के विहिप में विलय की पहल!
नागपुर, 11 फरवरी। महाकुम्भ 2025 के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में भी एक ‘संगम’ की रूपरेखा तैयार हो रही है और आरएसएस से छिटके हुए कुछ लोगों की ‘घरवापसी’ के आसार बन रहे हैं। सूत्रों पर भरोसा करें तो कभी विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके प्रवीण भाई तोगडिया के संगठन अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद (IHP) की विश्व हिन्दू परिषद (VHP) में विलय की हलचल चल रही है।
प्रमुख दैनिक समाचारपत्र ‘लोकमत’ की एक रिपोर्ट के अनुसार कभी राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी हिन्दूवादी नेताओं में शामिल रहे तोगडिया की इस संदर्भ में आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत से दो बार लंबी चर्चा हो चुकी है। हालांकि संगठन के पदाधिकारी इस संदर्भ में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं, लेकिन इन खबरों से इनकार भी नहीं कर रहे।
तोगड़िया ने 24 जून, 2018 को किया था अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद का गठन
उल्लेखनीय है कि प्रवीण तोगड़िया ने 24 जून, 2018 को विहिप से अलग हो कर अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद का गठन किया था। आरएसएस के 99 वर्षों के इतिहास में यह पहला मौका था, जब उससे जुड़े किसी संगठन का इस तरह विभाजन हुआ था। तोगड़िया ने उसके बाद देशभर का भ्रमण कर विहिप के कार्यकर्ताओं को अपने संगठन से जोड़ा। यहां तक कि संघ मुख्यालय वाले शहर नागपुर में भी विहिप के दो फाड़ हुए। कई पदाधिकारी तोगड़िया के संगठन से जुड़ गए। हालांकि इनमें से अधिकतर संघ की शाखा के साथ भी जुड़े रहे।
मोहन भागवत व प्रवीण तोगड़िया की दो मुलाकातें हो चुकी हैं
फिलहाल कई वर्षों की तल्खी के बाद पिछले वर्ष (2024) रिश्तों पर जमी बर्फ पिघलने का सिलसिला आरंभ हुआ। प्रवीण तोगड़िया ने दशहरे के बाद मोहन भागवत से मुलाकात की। इसके अगले माह दोनों नेताओं की पुन: मुलाकात हुई और तब उन्होंने हिन्दुओं की एकता के लिए साथ मिलकर काम करने का संकल्प भी लिया।
अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के पदाधिकारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि डॉ. भागवत ने इस दौरान हिन्दुओं की एकजुटता पर जोर देते हुए उनसे साथ मिल कर काम करने की अपील की। बहरहाल इस बीच जनवरी में प्रयागराज में महाकुम्भ आरंभ हो गया, जिसमें सभी व्यस्त हो गए। सूत्रों का दावा है कि महाकुम्भ के बाद यह पहल फिर आरंभ होगी।
महाकुम्भ में आरएसएस स्वयंसेवकों की भी सेवा कर रहा हूं: तोगडिया
डॉ. प्रवीण तोगडिया ने इस संदर्भ में कुछ भी स्पष्ट बोलने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि वह एक माह से महाकुम्भ में व्यस्त हैं। हजारों लोगों के रहने का प्रबंध कर रहे हैं। लाखों को खाना खिला रहे हैं। एक लाख लोगों को कंबल वितरण किया है। नागपुर, यवतमाल, मेरठ आदि क्षेत्र से प्रयागराज आने वाले संघ के स्वयंसेवक भी उनके यहां ठहर रहे हैं। उनके यहां कोई चर्चा नहीं। सेवा कार्य में लगे हुए हैं। कुम्भ के अलावा कोई अन्य चर्चा नहीं हो रही।
सभी हिन्दुओं के लिए द्वार खुले : आरएसएस
उधर आरएसएस के पदाधिकारी इस संदर्भ में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। फिलहाल सूत्रों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद का विहिप में विलय कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। वैसे संघ के द्वार विश्वभर के हिन्दुओं के लिए खुले हुए हैं। संघ की चाहत है कि हिन्दू एकजुट रहें।