नई दिल्ली, 7 अक्टूबर। भारतीय रेलवे ने अपने यात्रियों को एक बार फिर झटका दे दिया है। यानी आप यदि ट्रेन से सफर करने जा रहे हैं तो अब आपको ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। इसकी वजह है भारतीय रेलवे ने देशभर में चलने वाली 130 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को सुपरफास्ट का दर्जा दे दिया है, जिसकी वजह से इन ट्रेनों के किराए में इजाफा कर दिया गया है।
एसी-1 में 75 रुपये तो स्लीपर श्रेणी में 30 रुपये बढ़ा किराया
रेल विभाग ने जो जानकारी दी है, उसके हिसाब से ऐसी ट्रेनों के एसी-1 और एक्जीक्यूटिव श्रेणी में 75 रुपये प्रति यात्री किराया बढ़ाने का फैसला किया गया है। इसके अलावा एसी-2-3, चेयरकार में 45 रुपये और स्लीपर श्रेणी में 30 रुपये प्रति यात्री किराया बढ़ गया है।
बढ़ा हुआ किराया एक अक्टूबर से लागू
रेल विभाग के अनुसार बढ़ा हुआ किराया एक अक्टूबर से लागू हो गया है। अब से यात्रियों को एक पीएनआर पर अधिकतम छह यात्रियों की बुकिंग के लिए एसी-1 में 450 रुपये ज्यादा खर्च करने होंगे। वहीं, एसी-2 और 3 में 270 रुपये और स्लीपर में 180 रुपये का अतिरिक्त भुगतान करना होगा।
कितनी होती है सुपरफास्ट ट्रेन की स्पीड
गौरतलब है कि इन ट्रेनों में खाने-पीने या फिर यात्री सुरक्षा की किसी भी सुविधा में कोई इजाफा नहीं किया गया है। रेलवे के अनुसार 56 किलोमीटर प्रतिघंटा की औसत रफ्तार पर चलने वाली ट्रेनों को टाइम टेबल में सुपरफास्ट का दर्जा दे दिया जाता है। रेलवे की प्रीमियम राजधानी, शताब्दी, दुरंतों ट्रेनों आदि की औसत रफ्तार 70-85 किमी प्रतिघंटा है।
फिलहाल रेलवे ने हाल ही में नया टाइम टेबल जारी किया है, जिसके तहत कई ट्रेनों को मेल एक्सप्रेस का दर्जा दिया गया है। सुपरफास्ट होने के बाद लाखों दैनिक सफर करने वाले यात्री अब इन ट्रेनों में सफर नहीं कर पाएंगे।