भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने हार के बाद उठाए सवाल – WTC फाइनल सिर्फ जून और इंग्लैंड में ही क्यों होता है
लंदन, 11 जून। इसमें कोई दो राय नहीं कि टीम इंडिया ने श्रमसाध्य प्रदर्शन के सहारे लगातार दूसरे वर्ष आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) में फाइनल तक का सफर तय किया। लेकिन वह एक बार फिर दुर्भाग्यशाली रही और न्यूजीलैंड के बाद उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों भी पराजय झेलनी पड़ी।
आईसीसी को दिया तीन बदलाव का सुझाव
फिलहाल रविवार को यहां द ओवल ग्राउंड पर पांचवें व अंतिम दिन लंच के पहले ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 209 रनों की शिकस्त खाने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने डब्ल्यूटीसी फाइनल के समय और आयोजन स्थल पर सवाल उठाते हुए आईसीसी को तीन बदलाव का सुझाव दे डाला। अब देखने वाली बात यह होगी कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) रोहित के सुझाव पर अमल करेगी या नहीं।
फाइनल के लिए तीन मैचों की सीरीज रखी जानी चाहिए
रोहित ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि डब्ल्यूटीसी फाइनल का आयोजन सिर्फ जून के महीने में और इंग्लैंड में नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि फाइनल के लिए एक मैच की बजाए तीन मुकाबलों की सीरीज रखी जानी चाहिए।
रोहित ने कहा, ‘हमें सिर्फ जून के महीने में ही डब्ल्यूटीसी फाइनल नहीं खेलना चाहिए। यह फाइनल दुनिया में कहीं भी खेला जा सकता है। केवल इंग्लैंड में ही खेला जाए, ऐसा जरूरी नहीं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं चाहूंगा कि डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए तीन टेस्ट मैचों की सीरीज हो। हमने कड़ी मेहनत की, कड़ी टक्कर दी और यहां तक पहुंचे, लेकिन हमने सिर्फ एक मैच खेला। मुझे लगता है कि अगले डब्ल्यूटीसी चक्र में तीन मैचों की सीरीज बेस्ट और आइडियल होगी।’
ट्रॉफी नहीं जीतने पर निराशा भी जाहिर की
हालांकि रोहित ने ट्रॉफी नहीं जीतने पर निराशा भी जाहिर की और कहा, ‘यह निराशाजनक और दिल तोड़ने वाला है कि हम ट्रॉफी नहीं जीत रहे हैं। मैं बहुत निराश हूं। खिलाड़ी भी बहुत निराश हैं।’ गौरतलब है कि भारत ने 10 साल से कोई भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है।
रोहित ने कहा कि अगले डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए बेस्ट खिलाड़ियों का चयन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘यह तय करने की जरूरत है कि अगले डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए कौन-से सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं। यह महत्वपूर्ण है और हम इस दिशा में फैसले लेंगे।’