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पाकिस्तान के खिलाफ ‘हाई वोल्टेज’ मैच से पहले राहुल-किशन की गुत्थी सुलझाना चाहेगा भारत

पाकिस्तान के खिलाफ ‘हाई वोल्टेज’ मैच से पहले राहुल-किशन की गुत्थी सुलझाना चाहेगा भारत

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कोलंबो, 9 सितंबर। भारतीय टीम प्रबंधन के लिए चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ रविवार को यहां होने वाले एशिया कप ‘सुपर फोर’ मैच से पहले केएल राहुल और ईशान किशन में से किसी एक को चुनने की दुविधा का हल निकालना अहम होगा।

रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम रविवार को एशिया कप में दूसरी बार पाकिस्तान से भिड़ेगी। भारतीय टीम प्रबंधन का ध्यान टीम के लक्ष्यों पर तो लगा हुआ है लेकिन साथ ही वह पाकिस्तान के खिलाफ मैदान पर अपने सर्वश्रेष्ठ 11 खिलाड़ियों को उतारना चाहेगा।

लेकिन इसके लिए उन्हें राहुल-किशन के चयन की पहेली का जवाब ढूंढने की जरूरत होगी और साथ ही वे उम्मीद करेंगे कि मुकाबले में बारिश की बाधा नहीं पड़े जिसके लिए सोमवार को विवादास्पद ‘रिजर्व’ दिन रखा गया है। राहुल की टीम में वापसी से चयन के लिए खिलाड़ियों के ‘पूल’ में इजाफा हो गया है लेकिन यह भारत के लिए सुखद सरदर्द भी होगा।

ऐसा इसलिये क्योंकि किशन ने पिछले लगभग एक महीने में सभी को अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है जिसमें उन्होंने चार मैचों में चार अर्धशतक जड़े हैं। तीन वेस्टइंडीज के खिलाफ और एक पिछले हफ्ते पालेकल में एशिया कप ग्रुप ए मैच में पाकिस्तान के खिलाफ। इस दौरान किशन ने पारी का आगाज करने से लेकर पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने में सहजता दिखायी है।

झारखंड के इस 25 साल के खिलाड़ी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पारी की शुरुआत की जबकि पाकिस्तान के खिलाफ वह मध्यक्रम में उतरे। किशन बायें हाथ के बल्लेबाज हैं तो इससे भारतीय बल्लेबाजी क्रम में थोड़ी विविधता भी आयी है। ऐसा लगता है कि किशन के लिए सब चीजें सही जा रही हैं।

लेकिन बेंगलुरु के क्रिकेटर राहुल के पांचवें नंबर पर दावे को नजरअंदाज करना भी मुश्किल है जबकि वह जांघ की चोट और सर्जरी के बाद की ‘रिहैबिलिटेशन’ प्रक्रिया के कारण इस साल मार्च के बाद से कोई वनडे मुकाबला नहीं खेले हैं। इसके पीछे यह कारण है कि राहुल (31 वर्ष) 2019 के बाद से भारत के सबसे मजबूत वनडे बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने 2019 में 13 मैचों में 47.67 के औसत से 572 रन बनाये।

इसके बाद भी उनके अच्छे प्रदर्शन का सिलसिला जारी रहा। 2020 में उन्होंने नौ मैचों में 55.38 के औसत से 443 रन, 2021 में ती मैचों में 88.50 के औसत से 108 रन, 2022 में 10 मैचों में 27.89 के औसत से 251 रन और 2023 में छह मैचों में 56.50 के औसत से 226 रन बनाये हैं।

अगर इन आंकड़ों को और बारीकी से देखा जाये तो पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए राहुल ने 18 मैचों में 53 के औसत से 742 रन जुटाये हैं जिसमें एक शतक और सात अर्धशतक भी शामिल हैं। ये आंकड़े काफी मजबूत दिखते हैं और उनकी विकेटकीपिंग भी तरकश में एक अतिरिक्त तीर शामिल करती है। शुक्रवार को वह विकेटकीपिंग का कड़ा अभ्यास करते दिखे जिससे उनकी वापसी की तैयारी का संकेत मिलता है।

टीम प्रबंधन को मैच के दिन यह मुश्किल फैसला करना होगा। टीम जैसा संतुलन चाहती है, उसके लिहाज से यह फैसला काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि मैच के लिए मैदान पर वो जो भी संयोजन उतारें उनके लिए ‘सुपर फोर’ मैच में जीत दर्ज करना निहायती जरूरी होगा। पाकिस्तान ने लाहौर में बांग्लादेश को सात विकेट से हराकर दो अंक हासिल कर लिये हैं। इससे एक और जीत उन्हें आसानी से फाइनल में पहुंचा देगी।

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