बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल : कुश्ती में 4 स्वर्ण पदकों पर भारत की निगाहें, बजरंग, दीपक, साक्षी और अंशु फाइनल में
बर्मिंघम, 5 अगस्त। 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारोत्तोलन व मुक्केबाजी के बाद अब कुश्ती में भारत ने थोक के भाव पदक बटोरने की तैयारी कर ली है। इस क्रम में चार भारतीय पहलवानों – बजरंग पूनिया, दीपक पूनिया, साक्षी मलिक और अंशु मलिक ने संबंधित भार वर्ग के फाइनल में प्रवेश के साथ जहां रजत पक्का कर दिया है वहीं मोहित ग्रेवाल और दिव्या काकरान कांस्य पदक की लड़ाई में बरकरार हैं।
टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 65 किलो भारवर्ग प्रतिस्पर्धा के सेमीफाइनल में तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर इंग्लैंड के जॉर्ज राम को 10-0 से हराया। इससे पहले बजरंग ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मॉरीशस के जीन गुइलियान जोरिस बंडो और प्री-क्वार्टरफाइनल में नौरु के लोए बिंघम को आसानी से मात दी थी।
वहीं विश्व रजत पदक विजेता दीपक पूनिया ने 86 किलो भारवर्ग के सेमीफाइनल में कनाडा के अलेक्जेंडर मूरे को 3-1 से मात देकर फाइनल तक का सफर तय किया। इससे पहले उन्होंने अंतिम-8 में सिएरा लियोन के शेकू कासेगबामा को तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर 10-0 से मात दी जबकि प्री-क्वार्टरफाइनल में वह न्यूजीलैंड के मैथ्यू ऑक्सेनहम पर हावी रहे।
रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने महिलाओं की 62 किलो भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड की केल्सी बार्न्स को तकनीक श्रेष्ठता के आधार पर हराया था। बाद में साक्षी ने सेमीफाइनल में तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर कैमरून की एटेन नोगोले 10-0 से शिकस्त दी।
अंशु मलिक ने महिला फ्रीस्टाइल के 57 किलो भारवर्ग के सेमीफाइनल में तकनीकी श्रेष्ठता (10-0) के आधार पर श्रीलंका की नेथमी पोरुथोटेज को हराया। उससे पहले अंशु ने क्वार्टर फाइनल में तकनीकी श्रेष्ठता के ही आधार पर ऑस्ट्रेलिया की आइरीन सिमोनिडिस के खिलाफ 10-0 से जीत दर्ज की।
दिव्या व मोहित फाइनल में पहुंचने से चूके
फिलहाल दिव्या काकरान महिलाओं की 68 किलो भारवर्ग में नाइजीरिया की ओबोरुडुडु ब्लेसिंग क्वार्टरफाइनल में ही हार गई। लेकिन बाद में ब्लेसिंग फाइनल में पहुंच गईं, जिसके चलते उन्हें रेपचेज राउंड खेलने का मौका मिला। मोहित ग्रेवाल (125 किलो) को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद वह कांस्य पदक के मुकाबले में उतरेंगे।