संयुक्त राष्ट्र, 15 अक्टूबर। भारत संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के सदस्य देशों के जबर्दस्त समर्थन से गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में रिकार्ड छठे कार्यकाल के लिए चुना गया। इस दौरान नई दिल्ली के दूत ने इस चुनाव को देश की लोकतंत्र में मजबूत जड़ों, बहुलवाद और संविधान में निहित मौलिक अधिकार को मजबूत समर्थन बताया।
193 सदस्यीय महासभा परिषद में भारत को मिले 184 वोट
दरअसल, 76वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 18 नए सदस्यों के लिए चुनाव किया, जो जनवरी 2022 से शुरू होकर तीन वर्ष की अवधि के लिए काम करेंगे। 193 सदस्यीय महासभा परिषद में भारत को 184 वोट मिले, जबकि आवश्यक बहुमत 97 था।
तिरुमूर्ति ने मजबूत समर्थन के लिए यूएन के सदस्य देशों का आभार व्यक्त किया
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, ‘मैं मानवाधिकार परिषद के चुनावों में भारत के लिए इस भारी समर्थन पर वास्तव में प्रसन्न हूं। यह हमारे संविधान में निहित लोकतंत्र, बहुलवाद और मौलिक अधिकारों में हमारी मजबूत जड़ों का एक मजबूत समर्थन है। हम सभी संयुक्त राष्ट्र सदस्य राज्यों को हमें एक मजबूत जनादेश देने के लिए धन्यवाद देते हैं।’
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने भी ट्वीट किया, ‘भारत यूएनएचआरसी के छठे कार्यकाल के लिए भारी बहुमत के साथ फिर से निर्वाचित हुआ। भारत में अपना विश्वास व्यक्त करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता के लिए हार्दिक आभार।’
इसी वर्ष 31 दिसम्बर को खत्म हो रहा था भारत का वर्तमान कार्यकाल
भारत का वर्तमान कार्यकाल 31 दिसंबर, 2021 को समाप्त होने वाला था। 2022-2024 के चुनाव के लिए एशिया-प्रशांत राज्यों की श्रेणी में पांच खाली सीटें हो रही थीं – भारत, कजाकिस्तान, मलेशिया, कतर और संयुक्त अरब अमीरात।
193 सदस्यीय महासभा परिषद में 2022-24 कार्यकाल के लिए गुप्त मतदान में अर्जेंटीना, बेनिन, कैमरून, इरिट्रिया, फिनलैंड, गाम्बिया, होंडुरास, भारत, कजाकिस्तान, लिथुएनिया, लक्जमबर्ग, मलेशिया, मोंटेनेग्रो, पराग्वे, कतर, सोमालिया, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा चुने गए