
यूपी पोस्टर वार की बढ़ती रार के बीच कूदे संत, हनुमानगढ़ी के महंत बोले – सारा विवाद राजनीतिक विरासत को लेकर है
अयोध्या, 9 मई। हिन्दुत्व के मुद्दे को लेकर शिवसेना और मनसे के बीच शुरू हुई जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। अयोध्या में पोस्टर वार के बीच बढ़ी रार शांत भी नहीं हुई थी कि विवाद में अयोध्या के संत भी कूद गए और कहा है कि यह लड़ाई सिर्फ और सिर्फ वोट व राजनीतिक विरासत को लेकर है।
मालूम हो कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे 5 जून को अपने परिवार के साथ अयोध्या आ रहे हैं। वैसे कहने को तो वह परिवार संग रामजन्मभूमि में रामलला और हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन करने आ रहे हैं, लेकिन बात इतनी भर नहीं है।
राज ठाकरे अयोध्या आकर जो संदेश देने वाले हैं, उसका सीधा असर महाराष्ट्र में दिखाई देने वाला है। महाराष्ट्र समेत उत्तर प्रदेश में हर जगहों पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के संस्थापक राज ठाकरे का बैनर पोस्टर लग रहा है। उस बैनर पोस्टर पर विवाद अब बढ़ता जा रहा है।
वहीं राज ठाकरे के एलान के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र व सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी अयोध्या आने का एलान कर दिया है। खबर है कि आदित्य भी 10 जून को अयोध्या पहुंच सकते हैं। आदित्य के आगमन को लेकर शिवसेना ने अयोध्या में जगह-जगह पोस्टर लगा दिए, जिसमें बाला साहेब व उद्धव ठाकरे की तस्वीर भी लगाते हुए लिखा गया था कि ‘असली आ रहा, नकली से सावधान’।
पोस्टर लगने के बाद प्रशासन ने 24 घंटे में ही पोस्टर उतरवा लिए थे। अब पूरे मामले पर हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास की भी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि ठाकरे परिवार का यह विवाद नहीं बल्कि यह शुद्ध रूप से राजनीतिक विरासत का विवाद है।
उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाते हुए हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि आपने हिन्दुत्व को सोनिया के हाथों में नीलाम कर दिया। दोनों नेताओं ने अयोध्या के जरिये अपना अस्तित्व बनाने के लिए ऐसा कार्य किया है ताकि उनका वोट प्रतिशत बढ़े।