ट्रंप टैरिफ का दिखने लगा असर : बर्गर से बिर्किन बैग तक होंगे महंगे, वॉलमार्ट समेत कुछ ब्रांड्स ने बढ़ाए दाम
नई दिल्ली, 9 अगस्त। रूस से तेल आयात को लेकर नाराजगी के चलते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लागू टैरिफ का असर अब दिखाने लगा है और अमेरिका के लोगों को अब आयात होने वाले कुछ उत्पादों पर ज्यादा कीमतें चुकानी पड़ रही हैं। इल क्रम में कुछ कम्पनियों ने अपने उत्पादों की कीमत या तो बढ़ा दी है या फिर बढ़ाने वाली हैं। इनमें Adidas, Walmart, Nike जैसे बड़ी कम्पनियां शामिल हैं। वहीं विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि अभी ये शुरुआत है, आगे और भी ज्यादा कीमतें बढ़ सकती हैं।
अमेरिकी ब्रांड पर भी पड़ रहा टैरिफ का प्रभाव
उल्लेखनीय है कि डोनाल्ड ट्रंप ने 90 से ज्यादा देशों से आने वाली वस्तुओं पर टैरिफ लगाया है, जिस कारण ग्लोबल ब्रांड तो महंगे हो रहे हैं, लेकिन इनका असर अमेरिकी ब्रांड पर भी पड़ रहा है। ग्लोबल और अमेरिकी ब्रांड भी कीमतें बढ़ाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। साथ ही स्पोर्ट्स के कपड़ों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स और लग्जरी वस्तुओं तक के क्षेत्रों में कीमतों में बढ़ोतरी के संकेत दिख रहे हैं।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, फास्ट फूड चेन वेंडीज ने अपनी बिक्री में अनुमान से अधिक 3-5% की गिरावट देखी है जबकि पहले अनुमान था कि इसमें 2% की ही गिरावट आएगी। ऐसे में यह अपने फूड आइटम्स महंगे कर सकती है, जिसमें बर्गर भी शामिल है।
Adidas व Nike ने अपने उत्पादों के दाम बढ़ाने के दिए संकेत
वहीं Adidas ने कहा कि अमेरिकी टैरिफ से वर्ष की दूसरी छमाही में उसकी लागत में लगभग 20 करोड़ यूरो (23.1 करोड़ डॉलर) का इजाफा होगा और चेतावनी दी कि उसे अमेरिका में कीमतें बढ़ानी पड़ सकती हैं। Nike को भी अनुमानित एक अरब डॉलर का टैरिफ नुकसान हो सकता है। ऐसे में इस कम्पनी ने भी उत्पादों के दाम बढ़ाने का एलान किया है।

Hermès ने अमेरिका में पहले ही बढ़ाई कीमतें
बिर्किन बैग बनाने वाली कम्पनी हर्मेस ने पुष्टि की है कि उसने टैरिफ की भरपाई के लिए अमेरिका में कीमतें पहले ही बढ़ा दी हैं। कंपनी के अधिकारी एरिक डू हालगौट ने कहा, ‘हम जो प्राइस बढ़ोतरी लागू करने जा रहे हैं, वह सिर्फ अमेरिका के लिए होगी, क्योंकि इसका उद्देश्य केवल अमेरिकी बाजार पर लागू होने वाले टैरिफ की भरपाई करना है।’
वॉलमार्ट ने बढ़ाए दाम
ऑनलाइन खरीदार भी इस टैरिफ के असर से नहीं बच पाए हैं. डेटावीव ने पाया कि Amazon पर अमेरिकी खरीदारों को बेचे गए 1400 से ज्यादा चीन से बने प्रोडक्ट्स की एवरेज प्राइस जनवरी से मध्य जून के बीच 2.6 फीसदी बढ़ गई हैं। सीएनबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, देश के सबसे बड़े रिटेल सेलर वॉलमार्ट ने मई और जून के बीच कुछ वस्तुओं की कीमतों में 51 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है।
ट्रंप का दावा – अरबों डॉलर अमेरिका में आ रहे
दिलचस्प तो यह है कि एक तरफ अमेरिका में कीमतें बढ़ रही हैं वहीं दूसरी तरफ ट्रंप ने टैरिफ को अपनी जीत बताया है और दावा किया है कि अब ‘अरबों डॉलर’ अमेरिका में आ रहे हैं। उन्होंने तर्क दिया है कि इससे घरेलू रोजगार और मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा। लेकिन एक चेतावनी और भी दी है कि यदि रूस से तेल खरीदना भारत बंद नहीं करता तो उसपर 27 अगस्त से 25 फीसदी और टैरिफ लगाकर 50 फीसदी कर देंगे। अभी 25 फीसदी लागू है।
