‘बीमार सोनिया गांधी की सेहत के साथ खेला जा रहा है’, ईडी की पूछताछ को लेकर कांग्रेस ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
नई दिल्ली, 27 जुलाई। सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ को लेकर कांग्रेस ने आज प्रेस वार्ता की। इस मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गुलाम नबी आजाद समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ को गलत बताया। अशोक गहलोत ने कहा कि सीबाआई (CBI) से ज्यादा ईडी (ED) के पास पावर आ गई है। वे किसी किसी को भी प्रताड़ित कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, ”ईडी द्वारा जो तमाशा हो रहा है देश के अंदर, पहले राहुल गांधी को बुलाया और पांच दिन तक लगातार, ऐसा कभी होता नहीं है, सुना भी नहीं होगा कि पचास घंटे तक पूछताछ करें, आज सोनिया गांधी को तीसरी बार बुलाया है, पता नहीं कब तक बुलाएंगे। यह जो ईडी का आतंक है देश के अंदर, इस पर फैसला जल्द होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के चाहिए कि जो देश का मूड है, लोग चिंतिंत हैं.. प्वॉइंट फाइव परसेंट भी इनके सक्सेस केस नहीं है तो क्यो न इस पर जल्द फैसला हो। इनका अलग ही तरीका है, यह लोकतंत्र में उचित नहीं है। ईडी का उपयोग सरकारें गिराने के लिए किया जा रहा है। महाराष्ट्र में देखा गया। ईडी मंत्रीमंडल नहीं बना सकता। देश के नौजवान चिंतिंत है। कल संसद से 19 लोगों को सस्पेंड कर दिया, पहले चार को किया, कांग्रेस शासन में सस्पेंड नहीं किया जाता था, इन्होंने मजाक बना रखा है। इन्हें घमंड है। ईडी के आतंक की स्थिति देशहित में नहीं है।”
सीएम गहलोत ने कहा कि उम्मीद है कि पीएम और होम मिनिस्ट्री के अधिकारी है तो उन्हें जरूर मेरी भावना मिल रही है। कोई रेड होने से पहले एक महीने पहले रेकी होती है लेकिन वो रात में आते हैं और सुबह छापा डालते हैं। ईडी के अधिकारियों को नौकरी करनी है, वे बोल नहीं पा रहे हैं, उन्हें सब पता है, पब्लिक भी नहीं बोल पा रही है।
- गुलाम नबी आजाद ने ऐसे कसा तंज
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ईडी सोनिया गांधी को परेशान कर रही है जबकि उनकी तबीयत खराब है। गुलाम नबी आजाद ने तंज कसते हुए कहा कि पहले के जमाने में जंग होती थी तो बादशाह की तरफ से हिदायत होती थी कि औरत पर हाथ नहीं उठाना और बीमार पर हाथ नहीं उठाना है लेकिन ईडी सोनिया गांधी को परेशान कर रही है।
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सोनिया गांधी की सेहत के साथ खेला जा रहा है। आनंद शर्मा ने कहा कि कानून आवश्यक होते लेकिन यह देखना चाहिए कि उनका उल्लंघन न हो। प्रजातंत्र में कानून हथियार नहीं होते, हथियार तो फौज के पास होते हैं। आजाद ने कहा नेशनल हेराल्ड के जिस मामले में राहुल गांधी से ईडी ने पूछताछ की तो फिर उसी केस में सोनिया गांधी से पूछताछ की क्या जरूरत थी।