IIT गुवाहाटी में बीटेक छात्र तौसीफ अली फारुकी गिरफ्तार, ISIS के साथ संबंधों के सबूत मिले
गुवाहाटी, 30 मार्च। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गुवाहाटी के बायोसाइंस विभाग के बीटेक चतुर्थ वर्ष के छात्र तौसीफ अली फारुकी को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शनिवार को बताया कि छात्र तौसीफ अली फारुकी के माता-पिता शुक्रवार को यहां अपने बेटे से मिलने के लिए पहुंचे।
बेटे से मिलने आईआईटी-गुवाहाटी पहुंचे माता-पिता
फारुकी के माता-पिता पुलिस थाने गए थे, जहां वह बीते रविवार (24 मार्च) से 10 दिनों की पुलिस हिरासत में है। अधिकारी ने यह पुष्टि नहीं की कि अभिभावक अब तक अपने बेटे से मिल पाए हैं या नहीं। आरोपित को गत 23 मार्च को कामरूप जिले के हाजो में हिरासत में लिया गया था और अगले दिन भारतीय दंड संहिता और यूएपीए की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया।
असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के महानिरीक्षक पार्थसारथी महंत ने पहले कहा था कि फारुकी से पूछताछ के बाद पुलिस को आईएसआईएस के साथ उसके संबंधों के विश्वसनीय सबूत मिले और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। छात्र को आईएसआईएस इंडिया के प्रमुख हारिस फारुकी उर्फ हारिस अजमल फारुखी और उसके सहयोगी अनुराग सिंह उर्फ रेहान को बांग्लादेश से सीमा पार करने के बाद धुबरी जिले में गिरफ्तार किए जाने के तीन दिन पश्चात हिरासत में लिया गया था।
IS से जुड़े दूसरे छात्र का अब तक पता नहीं चल सका है : सीएम हिमंत
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी कहा था कि पुलिस को आईआईटी-गुवाहाटी के दो छात्रों के आईएसआईएस में शामिल होने की कोशिश के बारे में सूचना मिली थी और एक छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन दूसरे का अब तक पता नहीं चल सका है। दोनों छात्र दिल्ली के रहने वाले हैं। सरमा ने यह भी कहा था कि केंद्रीय एजेंसियों को सूचित कर दिया गया है।
वहीं एसटीएफ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कल्याण कुमार पाठक ने संवाददाताओं को बताया था कि छात्र ने एक ईमेल भेजा था, जिसमें उसने दावा किया था कि वह आईएसआईएस में शामिल होने जा रहा है। छात्रावास में उसके कमरे में एक काला झंडा पाया गया था, जो कथित तौर पर आईएसआईएस के झंडे से मिलता-जुलता था। इसे उन विशेष एजेंसियों के पास सत्यापन के लिए भेजा गया है, जो प्रतिबंधित संगठनों से निपटती हैं।