राजस्थान के हनुमानगढ़ में भारी हंगामा : इथेनॉल फैक्ट्री को लेकर किसानों का विरोध उग्र, इंटरनेट बंद, सुबह से ही किसानों का जुटना शुरू
हनुमानगढ़, 11 दिसंबर। राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के राठी खेड़ा गांव में प्रस्तावित इथेनॉल फैक्ट्री के विरोध में किसानों का आंदोलन बुधवार को उग्र होने के बाद गुरुवार को तनाव का माहौल है। निर्माणाधीन ड्यून एथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड प्लांट की दीवार तोड़ने के बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें हुई थीं। गुरुवार सुबह से बड़ी संख्या में किसान एक बार फिर प्रदर्शन स्थल के पास गुरुद्वारे में जुटना शुरू हो गए हैं। कांग्रेस नेता और किसान संगठनों ने चेतावनी दी है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा।
घटना के दौरान बुधवार को किसानों ने 14 वाहन आग के हवाले किए, जबकि पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे। झड़प में 50 से अधिक लोग घायल हो गए। लाठीचार्ज में कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया के सिर में चोट लगी, जिसके बाद उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। हिंसा के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ने पर प्रशासन ने टिब्बी इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं और स्कूल–कॉलेजों की छुट्टी घोषित कर दी।
मौके पर हालात नियंत्रित करने के लिए 700 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। किसान फैक्ट्री को बंद करवाने की मांग पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि कंपनी को अभी तक पर्यावरण मंजूरी नहीं मिली है, इसके बावजूद निर्माण कार्य जारी है। किसानों का आरोप है कि प्रशासन ने फैक्ट्री निर्माण रोकने का लिखित आश्वासन भी नहीं दिया। प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है।
क्षेत्र में 18 नवंबर से धारा 144 लागू
प्रशासन ने 18 नवंबर से टिब्बी क्षेत्र में धारा 144 लागू कर रखी है। हिंसा के बाद पूरे टिब्बी में बाजार बंद करा दिए गए और इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ डटकर खड़ी रहेगी और भाजपा सरकार से सवाल किया कि वह किसानों से इतनी नफरत क्यों करती है?
