नैनीताल के जंगलों में लगी भीषण आग, रिहाइशी इलाकों पर खतरा, हेलीकॉप्टर से हो रहा पानी का छिड़काव
नैनीताल, 27 अप्रैल। गर्मी बढ़ने के साथ ही उत्तराखंड के कई जंगलों में आग दहकने लगी है। इसी बीच खबर है कि नैनीताल के जगल में लगी आग विकराल रूप धारण कर लिया है, जिसकी लपटें हाईकोर्ट कॉलोनी के पास तक पहुंच गयीं हैं, जबकि रूद्रप्रयाग जिले के जंगल में आग लगाते हुए तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
पिछले 24 घंटों में विभिन्न स्थानों पर जंगलों में आग लगने की 31 नई घटनाएं सामने आयीं जिनमें 33.34 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ। दावानल के बढ़ते कहर के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को अलर्ट रहने और सभी विभागों के साथ समन्वय कर उसकी रोकथाम के उपाय करने को कहा है। वहीं वन विभाग के कर्मचारियों के साथ ही सेना के जवान भी आग पर नियंत्रण पाने में लगे हुए हैं और आग बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद लेने का प्रयास भी किया जा रहा है।
वहीं जिला प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए फिलहाल नैनी झील में नौकायन पर रोक लगा दी है जबकि आग बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद लेने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। नैनीताल के प्रभागीय वन अधिकारी चंद्रशेखर जोशी ने बताया, ‘‘आग को बुझाने के लिए हमने मनोरा रेंज के 40 कार्मिक तथा दो वन रेंजरों की तैनाती की है।’’
यहां वन विभाग द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार, प्रदेश में पिछले 24 घंटे में वन में आग लगने की 26 घटनाएं कुमाउं क्षेत्र में, जबकि पांच घटनाएं गढ़वाल क्षेत्र में हुईं जिनमें 33.34 हैक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ। इन घटनाओं में 39,440 रुपये की आर्थिक क्षति होने का आकलन किया गया है।