हरीश साल्वे का दावा – ‘विनेश फोगाट चाहती ही नहीं थीं कि हम फैसले के खिलाफ अपील करें’
नई दिल्ली, 14 सितम्बर। देश के पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे ने पेरिस ओलम्पिक खेलों को लेकर दावा किया है कि विनेश फोगाट चाहती ही नहीं थीं कि खेल पंचाट में उनके खिलाफ लिए गए फैसले को चुनौती दी जाए।
उल्लेखनीय है कि खेल पंचाट ने ही पहलवान विनेश फोगाट को गत सात अगस्त को पेरिस ओलम्पिक में महिलाओं के 50 किग्रा फ्रीस्टाइल फाइनल के ठीक पहले निर्धारित से 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के चलते अयोग्य घोषित कर दिया था, जिसके कारण वह फाइनल से बाहर हो गई थीं। यह पहली बार था, जब भारत की कोई महिला पहलवान ओलम्पिक के फाइनल में पहुंची।
हरीश साल्वे का यह बयान फोगाट के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि जब ओलम्पिक खेलों में फाइनल के ठीक पहले अयोग्य घोषित किया गया तो उन्हें भारतीय ओलम्पिक संघ (IOA) की तरफ से कोई समर्थन नहीं मिला। भारतीय दल के जो वकील थे, वह उस फैसले को लेकर पहले से ही उदार दिख रहे थे। इन सभी कारणों से ही उन्हें ओलम्पिक में भारत को महिला कुश्ती का पहला गोल्ड नहीं मिल सका।
हालांकि, भारतीय ओलम्पिक संघ और विनेश फोगाट की तरफ से इस फैसले के खिलाफ अपील की गई थी, जिसमें हरीश साल्वे ने ही वकील के रूप में उनका प्रतिनिधित्व किया था, लेकिन उनकी याचिका को खारिज कर दिया गया और विनेश को बिना पदक के ही लौटना पड़ा।
फैसले के खिलाफ स्विस अदालत जाने के लिए भी तैयार नहीं हुईं विनेश
समाचार चैनल टाइम्स नाउ को दिए एक इंटरव्यू में हरीश साल्वे ने कहा, ‘हमारी पेशकश के बाद भी विनेश फोगाट कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट द्वारा दिए गए फैसले को चुनौती नहीं देना चाहती थीं। हालांकि बाद में हमें अपील देने लायक सभी दस्तावेज और जानकारी मिल गई, जिसके बाद हमने कड़ा संघर्ष किया। लेकिन हमारी अपील को खारिज कर दिया गया। मैंने उन्हें यह भी बताया कि हम मध्यस्थता पुरस्कार के खिलाफ दिए गए इस फैसले को लेकर स्विस अदालत में चुनौती दे सकते हैं। लेकिन उन्होंने इसे लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। बाद में उनके वकीलों ने मुझे बताया कि वह इसे आगे नहीं ले जाना चाहतीं।’
‘फोगाट के वकीलों में तालमेल की कमी, हमारे साथ जानकारी भी साझा नहीं की‘
साल्वे ने यह भी आरोप लगाया कि विनेश फोगाट के वकीलों में तालमेल की कमी थी, ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय ओलम्पिक संघ द्वारा नियुक्त की गई एक बहुत बेहतर लॉ फर्म को कुछ वकीलों ने कहा कि हम आपके साथ कुछ भी साझा नहीं करेंगे।