बेंगलुरु, 4 अक्टूबर (PTI)। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने दो सीटों वाला पहला हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस बुधवार को वायुसेना को सौंप दिया। बेंगलुरू में कंपनी के मुख्यालय ने कहा कि दो सीटों वाले इस विमान में वायुसेना की ट्रेनिंग जरूरतों में मदद की सारी सहूलियतें हैं और जरूरत पड़ने पर ये लड़ाकू की भूमिका भी निभाता है।
वायुसेना को ‘एलसीए तेजस’ सौंपे जाने के कार्यक्रम में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम के दौरान एयर स्टाफ एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी समेत कई गणमान्य अतिथियों को मौजूदगी में दो सीटों वाले एलसीए विमान का अनावरण किया गया। निरीक्षण के बाद विमान को सेवा (आरएसडी) के लिए सौंपा गया।
दो सीटों वाला ‘एलसीए तेजस’ हल्का, हर मौसम में बहुआयामी भूमिका निभाने में सक्षम 4.5 श्रेणी का विमान है। एचएएल ने कहा कि ये समकालीन जरूरतों और प्रौद्योगिकियों का मेल है। कंपनी ने कहा कि इससे भारत उन विशिष्ट देशों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्होंने ऐसी क्षमताएं विकसित कर अपने रक्षा बलों में शामिल किया है।
भारतीय वायुसेना ने एचएएल को दो सीटों वाले 18 विमान का ऑर्डर दिया है और 2023-24 के दौरान उनमें से आठ की आपूर्ति करने की योजना है। बाकी 10 विमानों की आपूर्ति 2026-27 तक की जाएगी। कंपनी ने कहा कि वायुसेना से और भी ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।
रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि, “देखिए एक इतिहास फिर से एचएएल ने आज रच दिया है। ये नौ साल जो हुए हैं माननीय प्रधानमंत्री जी के, एक के बाद हम सीढ़ी दर सीढ़ी ऊपर चढ़ रहे हैं। आज आपने देखा है एलसीए तेजस, जिसके हमने 18 ट्विन सीटर यानी कि इसमें हमारे पायलट तैयार होंगे। इसलिए मैंने ट्विन सीटर बोला। दो सीटों वाला आज राष्ट्र को समर्पित हुआ है। ये ऐतिहासिक दिन है। इसे भुलाया नहीं जा सकता है।”
एचएएल के वित्त निदेशक सी.बी.अनंतकृष्णन ने कहा कि, “हमारे उत्पादों की क्षमताएं हमारे लिए गर्व और जिम्मेदारी का महत्वपूर्ण स्रोत हैं। एचसीएल तेजस विमान का ओईएम (मूल उपकरण निर्माता) होने के नाते एचएएल मौजूदा वित्तीय वर्ष में आईएएफ और एफओसी अनुबंधों से संबंधित सभी ट्विन सीटर विमान वायु सेना को देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अलावा, मार्क वन-ए एलसीए के लिए डिजाइन गतिविधियां काफी अच्छी तरह से प्रगति कर रही हैं और उत्पादन भी शुरू हो गया है। डिलीवरी फरवरी, 2024 से करने की योजना है।”