इंडिगो पर सरकार का बड़ा एक्शन – नागरिक उड्डयन मंत्री नायडू की CEO से बैठक, 10 फीसदी उड़ान कम करने का दिया आदेश
नई दिल्ली, 9 दिसम्बर। देश की सबसे बड़ी विमानन कम्पनी इंडिगो का उड़ान संकट धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। लेकिन इसी बीच मोदी सरकार ने बड़ी काररवाई करते हुए मंगलवार को इंडिगो को अपनी उड़ानें 10 फीसदी कम करने का आदेश दिया।
हालांकि एविएशन पर नजर रखने वाली संस्था नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने देश की एयरलाइन के नेटवर्क में रुकावटों के बाद उड़ानों में पांच फीसदी की कमी का आदेश दिया था, लेकिन आज इसे बढ़ा दिया गया। इस फैसले के बारे में नागर उड्डयन मंत्रालय (MoCA) ने इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स के साथ मीटिंग में बताया।

65 फीसदी है इंडिगो का डोमेस्टिक मार्केट शेयर
इंडिगो भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन है, जिसका डोमेस्टिक मार्केट शेयर लगभग 65 फीसदी है और इसके शेड्यूल में रोजाना 2,300 से ज्यादा उड़ाने हैं। इसमें से लगभग 2,150 घरेलू उड़ानें हैं। अब घरेलू उड़ानों में 10 फीसदी की कटौती का मतलब होगा कि एयरलाइन की रोजाना शेड्यूल की गई डोमेस्टिक फ्लाइट 1,950 से कम हो जाएंगी। सूत्रों के अनुसार खाली स्लॉट दूसरी एयरलाइन को दिए जा सकते हैं, यदि उनके पास एक्स्ट्रा कैपेसिटी है, जिसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
राममोहन नायडू ने लिया एक्शन
नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, ‘मिनिस्ट्री इंडिगो के सभी रूट्स को कम करना जरूरी समझती है, जिससे एयरलाइन के ऑपरेशन्स को स्टेबल करने में मदद मिलेगी और कैंसलेशन कम होंगे। 10% की कटौती का ऑर्डर दिया गया है। इसका पालन करते हुए इंडिगो पहले की तरह अपने सभी डेस्टिनेशन्स को कवर करती रहेगी।’ नायडू ने कहा कि एल्बर्स को एयरलाइन के स्टेबलाइज़ेशन उपायों पर अपडेट देने के लिए मिनिस्ट्री में बुलाया गया था।
During the last week, many passengers faced severe inconvenience due to Indigo’s internal mismanagement of crew rosters, flight schedules and inadequate communication. While the enquiry and necessary actions are underway, another meeting with Indigo’s top management was held to… pic.twitter.com/yw9jt3dtLR
— Ram Mohan Naidu Kinjarapu (@RamMNK) December 9, 2025
6 दिसम्बर तक प्रभावित उड़ानों के शत प्रतिशत रिफंड पूरे
नायडू ने कहा, ‘पिछले हफ़्ते, इंडिगो के क्रू रोस्टर, फ्लाइट शेड्यूल और कम्युनिकेशन की कमी के कारण कई यात्रियों को बहुत परेशानी हुई। जांच और जरूरी काररवाई चल रही है। वहीं इंडिगो के टॉप मैनेजमेंट के साथ स्टेबिलाइज़ेशन उपायों का रिव्यू करने के लिए एक और मीटिंग हुई। आज फिर इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स को अपडेट देने के लिए मिनिस्ट्री में बुलाया गया। उन्होंने कन्फर्म किया कि छह दिसम्बर तक जिन फ्लाइट्स पर असर पड़ा था, उनके 100% रिफंड पूरे हो गए हैं। बाकी रिफ़ंड और बैगेज हैंडओवर को तेजी से पूरा करने का सख्त निर्देश दिया गया।’
इंडिगो का दावा – ऑपरेशन स्टेबिल और नॉर्मल हो गया है
इसके पूर्व आज सुबह ही एक बयान में इंडिगो ने बताया था कि उसका ऑपरेशन स्टेबिल और नॉर्मल हो गया है। कम्पनी ने मंगलवार को अपने नेटवर्क पर सभी डेस्टिनेशन के लिए 1,800 से ज्यादा फ्लाइट्स चलाईं और उसका ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP) 80 परसेंट से ज्यादा पर वापस आ गया है। एयरलाइन को बुधवार को लगभग 1,900 फ्लाइट्स चलाने की उम्मीद है। एयरलाइन के करीबी सूत्रों ने बताया कि इंडिगो अगले कुछ दिनों में धीरे-धीरे अपनी फ्लाइट्स को रेगुलर लेवल तक बढ़ाने पर विचार कर रही है। लेकिन अब उसे सरकार के शेड्यूल में कटौती के आदेश का पालन करना होगा।
MoCA के 10 परसेंट शेड्यूल में कटौती के फैसले की घोषणा से पहले इंडिगो ने एक बयान में कहा, ‘इंडिगो यह कन्फर्म कर सकता है कि नेटवर्क में कई दिनों तक काफी और लगातार सुधार के बाद, हमने अपने नेटवर्क पर अपना ऑपरेशन फिर से शुरू कर दिया है। इसका मतलब है कि हमारी वेबसाइट पर पब्लिश सभी फ्लाइट्स एक एडजस्टेड नेटवर्क के साथ ऑपरेट करने के लिए शेड्यूल हैं। साथ ही एयरपोर्ट पर फंसे लगभग सभी बैग हमारे कस्टमर्स तक पहुंचा दिए गए हैं और टीमें बाकी बैग्स को जल्द से जल्द पहुंचाने पर काम कर रही हैं।’
DGCA भी ले चुका है एक्शन
इससे पहले DGCA ने इंडिगो के फ्लाइट शेड्यूल में 5 परसेंट, या लगभग 110-115 डेली फ्लाइट्स (खासकर हाई-डिमांड और हाई-फ्रीक्वेंसी रूट्स पर) कटौती का आदेश दिया था। रेगुलेटर ने इंडिगो को बुधवार (10 दिसम्बर) शाम पांच बजे तक बदला हुआ और छोटा शेड्यूल जमा करने का निर्देश दिया था। सूत्रों ने बताया कि इंडिगो के फ्लाइट शेड्यूल में और रेशनलाइजेशन हो सकता है और यह इंडिगो के दैनिक उड़ान संचालन पर निर्भर करेगा। MoCA की घोषणा के बाद DGCA ने इंडिगो को दिए अपने ऑर्डर में बदलाव करके 10 परसेंट की कटौती कर दी।
