सरकार ने 3 नई एयरलाइंस को दी हरी झंडी – शंख एयर, अल हिन्द एयर और फ्लाईएक्सप्रेस को मिला NOC
नई दिल्ली, 24 दिसम्बर। बीते दिनों इंडिगो विमानन कम्पनी की वजह से भारत के एविएशन सेक्टर में आए भूचाल से सबक लेते हुए केंद्र सरकार ने विमान यात्रियों को और ज्यादा विकल्प देने एवं इंडिगो पर निर्भरता कम करने की कोशिश में तीन नई एयरलाइंस को उड़ान शुरू करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस क्रम में नागरिक उड्डयन मंत्रालय से तीनों एयरलाइंस – शंख एयर, अल हिन्द एयर और फ्लाईएक्सप्रेस को उड़ान शुरू करने की तैयारी के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) भी जारी कर दिया है।
देखा जाए तो देश में तेजी से विस्तारित हो रहे एविएशन सेक्टर में इन तीन कम्पनियों को मंजूरी ऐसे समय दी गई है, जब भारत में गिनी-चुनी कम्पनियों पर विमानन बाजार अत्यधिक निर्भर हो गया है। मौजूदा समय में यह सेक्टर कुछ बड़ी एयरलाइनों के नियंत्रण में है, जिनमें इंडिगो और एअर इंडिया समूह प्रमुख हैं।
ये एयरलाइंस मिलकर देश की घरेलू हवाई यात्रा के 90 फीसदी से अधिक हिस्से को नियंत्रित करती हैं, जिसमें अकेले इंडिगो का लगभग 65 फीसदी बाजार हिस्सा है। इस एकाधिकार के कारण, हाल ही में इंडिगो में तकनीकी और संचालन संबंधी व्यवधानों ने यात्रियों को प्रभावित किया, जिससे सेक्टर में वैकल्पिक एयरलाइनों की आवश्यकता और जोर से महसूस की गई.
नई एयरलाइनों में केरल आधारित अलहिन्द ग्रुप द्वारा प्रोत्साहित अल हिन्द एयर, फ्लाईएक्सप्रेस और शंख एयर भारतीय घरेलू उड़ान बाजार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देंगी। हालांकि, इनके लिए अब कई नियामक और परिचालन संबंधी प्रक्रियाओं को पूरा करना बाकी है।
Over the last one week, pleased to have met teams from new airlines aspiring to take wings in Indian skies—Shankh Air, Al Hind Air and FlyExpress.
While Shankh Air has already got the NOC from Ministry, Al Hind Air and FlyExpress have received their NOCs in this week.
It has… pic.twitter.com/oLWXqBfSFU
— Ram Mohan Naidu Kinjarapu (@RamMNK) December 23, 2025
सिविल एविएशन मंत्री के राम मोहन नायडू ने एक्स के माध्यम से इस मंजूरी की जानकारी दी और कहा कि सरकार की यह रणनीति है कि वह अधिक एयरलाइनों को प्रोत्साहित करे ताकि भारत की बढ़ती हवा यात्रा की मांग को पूरा किया जा सके। इसके साथ ही यूडीएएन योजना के तहत क्षेत्रीय विमान सेवाएं बढ़ाई गई हैं, जिससे छोटे शहरों को भी राष्ट्रीय विमान नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है। इस नई पहल से उम्मीद है कि घरेलू यात्रा के क्षेत्र में विकल्पों की संख्या बढ़ेगी और यात्रियों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी, जिससे भारतीय एविएशन सेक्टर और अधिक मजबूत होगा।
