नई दिल्ली, 20 दिसम्बर। गूगल आने वाले दिनों में एक ऐसा फीचर लाने की तैयारी कर रहा है, जिसकी मदद से आम लोग भी डॉक्टर की पर्ची पर खराब लिखावट को भी आसानी से समझ सकेंगे। यह फीचर अब भी एक प्रोटोटाइप है और सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध नहीं है।
डॉक्टर की लिखावट नहीं पढ़ पाने की समस्या बेहद आम है। बहुत से लोग इसे समझ नहीं पाते हैं। पहले भी कई टेक कम्पनियों ने इसका समाधान निकालने की कोशिश की है, पर सफलता नहीं मिल सकी। अब गूगल ने इस बारे में कोशिश शुरू की है। गूगल ने हालांकि फिलहाल कोई समयसीमा नहीं बताई है कि वह कब तक ऐसा फीचर आम लोगों के लिए सार्वजनिक कर सकेगा।
भारत में अपने वार्षिक सम्मेलन में, गूगल ने घोषणा की कि वह डॉक्टरों की लिखावट को समझने के लिए विभिन्न तरीकों का पता लगाने के लिए फार्मासिस्टों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
डॉक्टरों की लिखावट समझने में गूगल कैसे करेगा मदद?
गूगल का नया फीचर अब तक बाजार में उपयोग के लिए उपलब्ध नहीं है। फिलहाल प्राप्त जानकारी के अनुसार यह फीचर यूजर्स को डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन की तस्वीर लेने और उसे अपलोड करने की अनुमति देगा। एक बार इमेज अपलोड होने बाद एप कागज पर लिखी बातों को साफ-साफ समझाने में सक्षम होगा और लिखी दवाओं की पहचान करने में भी मदद करेगा। इस प्रक्रिया को गूगल के सम्मेलन के दौरान कम्पनी के एक कार्यकारी द्वारा प्रदर्शित भी किया गया।
गूगल ने अपने एक बयान में कहा, ‘यह फीचर हाथों से लिखे चिकित्सा दस्तावेजों को डिजिटाइज करने में अहम भूमिका निभाएगा।’ दक्षिण एशियाई बाजार में ‘गूगल फॉर इंडिया’ कम्पनी का वार्षिक कार्यक्रम है, जो हर साल आयोजित होता है। यहां कम्पनी अपने नए आविष्कारों और विकास को प्रदर्शित करती है।
गूगल ने यह भी कहा कि वह एक ऐसे एकीकृत मॉडल पर काम कर रहा है, जो दक्षिण एशियाई बाजार में लाखों लोगों की मदद करने के लिए टेक्स्ट और स्पीच दोनों में 100 से अधिक भारतीय भाषाओं को कवर करेगा।