अल फलाह यूनिवर्सिटी में मिली दिल्ली ब्लास्ट से जुड़ी चौथी कार, डॉ. शाहीन के नाम रजिस्टर्ड है ‘ब्रेजा’
फरीदाबाद, 13 नवम्बर। दिल्ली में बीते सोमवार को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए आतंकी हमले से जुड़ी चौथी कार ‘ब्रेजा’ फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से बरामद कर ली गई है। यह कार दिल्ली ब्लास्ट केस की मुख्य आरोपितों में एक डॉ. शाहीन के नाम पर रजिस्टर्ड है। इससे पहले डॉ. मुजम्मिल के पास से एक स्विफ्ट कार मिली थी। यह कार भी डॉ. शाहीन की ही थी। उसके बाद ही डॉ. शाहीन को गिरफ्तार किया गया था।
शाहीन की कार में क्या मिला था?
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डॉ. शाहीन की कार से एके-47 राइफल, पिस्टल और गोलियां बरामद की थीं। यह बरामदगी दिल्ली आतंकी हमले से जुड़ी हुई है। जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि अल फलाह यूनिवर्सिटी का इस हमले से क्या संबंध है?
ईडी के निशाने पर अल फलाह यूनिवर्सिटी
उधर, केंद्रीय जांच एजेंसियां इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं। ईडी की एंट्री से यह साफ है कि मामला सिर्फ आतंकी हमले से जुड़ा नहीं है, बल्कि इसमें वित्तीय अनियमितताओं की भी आशंका है। जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है और अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े हर पहलू की बारीकी से पड़ताल की जा रही है।
विस्फोटक बनाने की सामग्री खरीदने के लिए 26 लाख रुपये जमा किए
उधर, ‘सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल’ के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए डॉक्टरों ने लाल किले के पास विस्फोट में इस्तेमाल की गई सामग्री खरीदने के लिए 26 लाख रुपये से ज्यादा की रकम जुटाई थी। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चार संदिग्धों – डॉ. मुजम्मिल गनई, डॉ. अदील अहमद राथर, डॉ शाहीन सईद और डॉ. उमर नबी (जो कार विस्फोट में ही मारा गया) ने मिलकर नकद राशि जमा की थी, जिसे सुरक्षित रखने और परिचालन उपयोग के लिए डॉ. उमर को सौंप दिया गया था।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा निवासी और हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर डॉ. उमर सोमवार शाम को लाल किले के व्यस्त इलाके में हुए विस्फोट में इस्तेमाल हुंदै आई20 कार चला रहा था। जांचकर्ताओं का मानना है कि यह धनराशि एक बड़ी आतंकी साजिश के लिए थी। जमा की गई इस राशि से उन्होंने कथित तौर पर गुरुग्राम, नूंह और आसपास के शहरों से लगभग तीन लाख रुपये मूल्य का लगभग 26 क्विंटल एनपीके खाद खरीदा था।
