पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ का निधन, दुबई में ली आखिरी सांस
नई दिल्ली, 5 फरवरी। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति व सैन्य तानाशाह रहे जनरल परवेज मुशर्रफ का लंबी बीमारी के बाद दुबई में रविवार को निधन हो गया। 79 वर्षीय मुशर्रफ का इलाज दुबई के अमेरिकी अस्पताल में चल रहा था। वह अमाइलॉइडोसिस नाम की बीमारी से पीड़ित थे। पाकिस्तानी मीडिया ने जनरल मुशर्रफ के निधन की पुष्टि की है।
कुछ दिनों पहले परवेज मुशर्रफ का आखिरी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। इस वीडियो में वह चलने में असमर्थ नजर आ रहे थे। जनरल मुशर्रफ पूरी तरह से दूसरों पर आश्रित थे और ह्वील चेयर के भरोसे ही चल रहे थे।
1999 में सैन्य तख्तापलट के बाद राष्ट्रपति बने थे मुशर्रफ
वर्ष 1999 में सैन्य तख्तापलट के बाद मुशर्रफ पाकिस्तान के दसवें राष्ट्रपति बने थे। उन्होंने 1998 से 2001 तक पाकिस्तान की स्टाफ कमेटी (CJCSC) के 10वें अध्यक्ष और 1998 से 2007 तक 7वें शीर्ष जनरल के रूप में काम किया।
कारगिल युद्ध शुरू करने का जिम्मेदार माना जाता है
परवेज मुशर्रफ को 1999 में भारत के साथ कारगिल युद्ध की शुरुआत करने का भी जिम्मेदार माना जाता है। बताया जाता है कि मुशर्रफ की योजना की जानकारी तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ को भी नहीं थी। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार नवाज शरीफ को पूरे मामले को लेकर अंधेरे में रखा गया था। 1999 में शरीफ जब श्रीलंका के दौरे पर गए थे, तभी मुशर्रफ ने तख्तापलट कर दिया और मार्शल लॉ लगाते हुए खुद को पाकिस्तान का राष्ट्रपति घोषित कर दिया।
दिल्ली में जन्मे थे मुशर्रफ
दिल्ली के दरियागंज इलाके में 11 अगस्त, 1943 को परवेश मुशर्रफ का जन्म हुआ था। बंटवारे के दौरान उनके परिवार ने पाकिस्तान में रहने का फैसला किया था। बंटवारे से पहले ही उनका पूरा परिवार पाकिस्तान चला गया था, जहां उनके पिता सईद पाकिस्तानी सरकार से जुड़े और विदेश मंत्रालय का कामकाज देखा।
विदेश मंत्रालय के साथ काम करने के दौरान जनरल मुशर्रफ के पिता का तबादला होता रहा। बाद में उनके पिता तुर्की में रह कर सरकार का कामकाज देखने लगे। वर्ष 1949 में परवेज मुशर्रफ पिता सईद के साथ तुर्की चले गए, जहां उन्होंने इस देश की भाषा सीखी और यहां के खेलों में रुचि भी लेने लगे।
कराची और लाहौर में हासिल की थी तालीम
तुर्की से पाकिस्तान लौटने के बाद परवेज मुशर्रफ ने अपनी स्कूली शिक्षा कराची के सेंट पैट्रिक स्कूल से की। आगे की पढ़ाई उन्होंने लाहौर के फॉरमैन क्रिश्चियन कॉलेज से की थी।