पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के पौत्र इंद्रजीत भाजपा में शामिल, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने दिलाई सदस्यता
नई दिल्ली, 13 सितम्बर। कांग्रेस शासनकाल में राष्ट्रपति रहे दिवंगत नेता ज्ञानी जैल सिंह के पौत्र इंद्रजीत सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को यहां उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ज्ञानी जैल सिंह सिख धर्म के विद्वान माने जाते थे। वह 25 जुलाई,1982 से 25 जुलाई, 1987 तक भारत के सातवें राष्ट्रपति थे। 78 वर्ष की अवस्था में 25 दिसम्बर, 1994 को चंडीगढ़ में उनका देहांत हुआ था।
इंद्रजीत ने दादा के साथ कांग्रेस के बुरे बर्ताव का जिक्र किया
इंद्रजीत सिंह ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद कहा, ‘आज बहुत समय के बाद मेरे दादा ज्ञानी जैल सिंह जी की मनोकामना आज पूरी हुई। जिस तरीके से कांग्रेस ने उनके साथ सलूक किया, उनका दिल दुखाया, उनकी वफादारी का क्या सिला दिया, आप सब लोग जानते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘मैं वही इंद्रजीत सिंह हूं, जो फिल्मों में चला गया था। जब मैं अपना करिअर बना ही रहा था तो उन्होंने मुझे राजनीति में अपना करियर बनाने के लिए कहा और अटल जी से मिलने के लिए कहा था, साथ में आडवाणी जी से मुझे आशीर्वाद दिलाया।’
ज्ञानी जी की तमन्ना आज पूरी हुई
सिंह ने कहा, ‘3-4 साल से मैं अपने विश्वकर्मा समाज को इक्ट्ठा कर रहा हूं, पूरा देश घूमने के बाद काफी हद तक मैं इसमें कामयाब रहा हूं। ज्ञानी जी की तमन्ना थी, आज वह पूरी हुई है और मैं भाजपा में शामिल हुआ हूं। पार्टी में मेरी जहां भी ड्यूटी लगाई जाएगी, उसे पूरा करने की कोशिश करूंगा।’
गौरतलब है कि पांच राज्यों – उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में अगले वर्ष प्रस्तावित विधानसभा चुनावों से पहले सभी राजनीतिक पार्टियां अपने गढ़ को मजबूत करने की जुगत में लगी हैं। इसमें दूसरी पार्टी के बड़े चेहरों और ख्यातिनाम हस्तियों को अपनी तरफ मिलाने की कोशिशें चल रही हैं।