अजीत हत्याकांड में पूर्व सांसद धनंजय सिंह का नाम आया सामने, मुख्य गवाह मोहर सिंह ने किया यह बड़ा दावा
लखनऊ, 19 जुलाई। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में चार साल पहले हुए अजीत सिंह हत्याकांड के मामले में पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह का नाम एक बार फिर सुर्खियों में है। हत्या के मामले में शामिल मुख्य गवाह मोहर सिंह ने अदालत में सीधे तौर पर धनंजय का नाम लेते हुए कहा है कि अजीत की हत्या की साजिश में धनंजय भी शामिल थे। मोहर सिंह ने कोर्ट में शूटरों की पहचान करते हुए कहा कि अजीत सिंह की हत्या को पूर्व सांसद अजीत सिंह की भी भूमिका रही है।
दरअसल अजीत की जब हत्या हुई थी तब मोहर सिंह पर भी हमला हुआ था। उस समय जांच के दौरान एसटीएफ ने धनंजय सिंह को क्लीन चिट दे दी थी। एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश हरबंश नारायण ने गवाह मोहर सिंह से बचाव पक्ष के लिए 28 जुलाई की तारीख तय की है। अदालत ने गवाह मोहर सिंह को सुरक्षा देने का आदेश भी दिया है। कोर्ट में मोहर सिंह ने अपने बयान में कहा है कि अजीत सिंह की हत्या की साजिश कुंटू, अखंड, प्रदीप धनंजय सिंह ने मिलकर रची थी। इसके लिए शूटर बुलवाये गए थे।
गौरतलब है कि छह जनवरी 2021 की रात लखनऊ के विभूतिखंड में कठौता चौराहे के पास माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हमले में उसके करीबी मोहर सिंह को भी गोली लगी थी। मोहर सिंह ने उस समय क्रॉस फायरिंग भी की थी जिसमें एक शूटर राजेश तोमर को गोली लगी थी। उस समय मोहर सिंह की तहरीर पर विभूतिखंड पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी। इस मामले की जांच विभूतिखंड पुलिस से लेकर एसटीएफ को दी गई थी।
एसटीएफ ने बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह को चार्जशीट में घटना में शामिल अभियुक्त की मदद करने और जानकारी के बाद भी पुलिस को सूचना न देने का आरोपी बनाया था। एसटीएफ ने अपनी चार्जशीट में धनंजय सिंह के खिलाफ हत्या, जानलेवा हमला, आपराधिक साजिश, साक्ष्य छिपाने व धारा 34 के तहत अपराध में शामिल होना नहीं पाया था। लेकिन अब इस मामले में मोहर सिंह की गवाही से पूर्व सांसद धनंजय सिंह की मुसीबत बढ़ सकती है।
