चेन्नई, 29 मई। दक्षिण के ख्यातिनाम एक्टर कमल हासन कन्नड़ और तमिल भाषा पर दिए गए एक बयान को लेकर विवादों में फंस गए हैं। नाराजगी इस कदर बढ़ी कि कर्नाटक रक्षण वेदिके (केआरवी) नामक कन्नड़ समर्थक समूह ने दिग्गज अभिनेता कमल हासन के खिलाफ बेंगलुरु में शिकायत दर्ज करा दी है।
हासन ने कहा था – तमिल भाषा से पैदा हुई है कन्नड़ भाषा
कमल हासन ने अपनी आगामी फिल्म ‘ठग लाइफ’ के प्रचार के दौरान चेन्नई में एक कार्यक्रम में कहा था कि कन्नड़ तमिल भाषा से पैदा हुई है। यह बात कर्नाटक के लोगों को पसंद नहीं आई और उन्होंने अभिनेता का मुंह काला करने और अपने राज्य में उनका बहिष्कार करने की धमकी दी।
साउथ एक्टर के बयान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और माफी की मांग के बाद उनके खिलाफ कानूनी काररवाई भी की गई है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, केआरवी के अध्यक्ष प्रवीण शेट्टी ने शिकायत में अभिनेता के बयान को ‘गैरकानूनी’ बताया और कहा कि यह दोनों राज्यों के बीच सद्भाव के खिलाफ है। शिकायत बुधवार (28 मई) को बेंगलुरु के आरएम नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई।
‘मेरी टिप्पणी को गलत तरीके से समझा गया, मैं माफी नहीं मागूंगा’
इस बीच, अभिनेता ने विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ी और मीडियाकर्मियों से बातचीत में उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी को गलत तरीके से समझा गया और उन्होंने यह ‘प्यार में’ कहा था। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगेंगे।
70 वर्षीय अभिनेता ने कहा, ‘मैंने जो कुछ प्यार से कहा, उसके लिए मैं माफी नहीं मांगूंगा। बहुत से इतिहासकारों ने मुझे भाषा का इतिहास पढ़ाया है। राजनेता भाषा के मुद्दों पर बात करने के लिए योग्य नहीं हैं और इसमें मैं भी शामिल हूं।’
‘कर्नाटक और कन्नड़िगा ने जरूरत के समय मेरी मदद की’
उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु हमेशा से समावेशी राज्य रहा है। यह एक बहुत ही दुर्लभ राज्य है जहां एक मेनन मुख्यमंत्री रहे हैं, एक रेड्डी सीएम रहे हैं, और यहां तक कि एक कन्नड़िगा ने भी सीएम के रूप में काम किया है। ऐसा कहने के बाद उन्होंने उल्लेख किया कि कैसे कर्नाटक और कन्नड़िगा ने उनकी जरूरत के समय उनकी मदद की। उन्होंने कहा, ‘जब मैं चेन्नई में समस्याओं का सामना कर रहा था तो कर्नाटक मेरे साथ खड़ा था।‘
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, ठग लाइफ के ऑडियो लॉन्च के दौरान की गई टिप्पणियों के बाद कमल हासन विवाद के केंद्र में आ गए। तमिल भाषा और संस्कृति की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा था, ‘मेरा जीवन और मेरा परिवार तमिल भाषा है। अभिनेता शिवराजकुमार दूसरे राज्य में रहने वाले मेरे परिवार हैं। इसलिए वे यहां हैं। इसलिए जब मैंने अपना भाषण शुरू किया, तो मैंने कहा मेरा जीवन और मेरा परिवार तमिल है। आपकी भाषा (कन्नड़) तमिल से पैदा हुई है। इसलिए आप उस पंक्ति में शामिल हैं।’ लेकिन यह बयान कर्नाटक में कई लोगों को पसंद नहीं आया। कई कन्नड़ लोगों ने इसे अपनी भाषा और सांस्कृतिक पहचान का अपमान माना, जिसके कारण लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
