यूपी : विधायक अब्बास अंसारी को कासगंज कारागंर में सता रहा मौत का डर, की जेल बदलने की मांग
लखनऊ, 18 फरवरी। उत्तर प्रदेश के माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे और सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी को कासगंज जेल में जान का खतरा सता रहा है। इसी के चलते अब्बास अंसारी के भाई उमर अंसारी ने उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर अब्बास की सुरक्षा की मांग की है। इतना ही नहीं उसी जेल में बंद कुंटू सिंह द्वारा उन्होंने अब्बास की हत्या की आशंका जताई है।
दरअसल, कुछ दिन पहले ही अब्बास अंसारी को कड़ी सुरक्षा के बीच चित्रकूट जेल से कासगंज जेल शिफ्ट किया गया था। जहां अब्बास को जान का खतरा सता रहा है। इसी को लेकर उमर अंसारी ने उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर अब्बास अंसारी की जेल बदलने की मांग की है।
उमर अंसारी ने कहा है कि कासगंज जेल से अब्बास अंसारी का ट्रांसफर उत्तर प्रदेश की सीमा में मौजूद किसी अन्य जिला जेल या केंद्रीय कारागार में किया जाए। बताया जा रहा है कि जल्द ही अब्बास अंसारी जेल ट्रांसफर और सुरक्षा को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करेंगे।
कौन हैं कुंटू सिंह?
लखनऊ के चर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह मास्टरमाइंड बताया गया था। अजीत सिंह हत्याकांड के साथ बसपा के पूर्व विधायक सर्वेश उर्फ सीपू सिंह की 2013 में दिनदहाड़े गोली मारकर की गई हत्या में भी कुंटू सिंह का नाम आया था। वर्तमान में कुंटू सिंह कासगंज जेल में बंद है। वहीं, अब्बास अंसारी को भी तीन दिन पहले कासगंज जेल भेजा गया है।
उल्लेखनीय है कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में विधायक अब्बास अंसारी जेल बंद हैं। 19 नवम्बर को उन्हें सेंट्रल जेल नैनी प्रयागराज से चित्रकूट जिला कारागार शिफ्ट किया गया था, लेकिन 10 फरवरी को उनकी पत्नी निकहत बानो को डीएम व एसपी ने छापेमारी के दौरान जेल में पकड़ा था। वह लगातार कई दिनों से बिना लिखा पढ़ी के जेल में पति से मिल रही थीं। प्रतिदिन तीन से चार घंटे जेल अधीक्षक कार्यालय के एक कमरे में पति के साथ गुजारती थी।
निकहत के पास पुलिस ने प्रतिबंधित मोबाइल फोन, नकदी व विदेशी मुद्रा आदि सामान बरामद किया था। उसके बाद निकहत अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया था जबकि अब्बास को चित्रकूट से कासगंज जेल भेज दिया गया है।