जौहर यूनिवर्सिटी पर बुलडोजर चलने का डर, आजम खान ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा
नई दिल्ली, 24 मई। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद सीतापुर जेल से बाहर आए समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने एक बार फिर देश की सबसे बड़ी अदालत का दरवाजा खटखटाया है। मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी पर बुलडोजर से बचाने के लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। कोर्ट ने इसे सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है।
वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने इस मुद्दे को जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और बेला एम त्रिवेदी की बेंच से तुरंत सुनवाई की मांग की। बेंच ने इस सप्ताह सुनवाई के लिए लिस्ट करने को कहा है। 10 मई को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सपा नेता को भूमि पर अवैध कब्जे से जुड़े केस में जमानत दी थी। यह केस वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर अवैध कब्जे से संबंधित है।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने जमानत के साथ कई शर्तें भी रखी थीं। रामपुर के डीएम को शत्रु संपत्ति से जुड़ी जमीन की नाप के बाद इसे कब्जे में लेने को कहा है। इसके चारों तरफ दीवार खड़ी करने करने और कांटेदार तार लगाने का निर्देश भी दिया गया है। कोर्ट ने 30 जून तक की समयसीमा तय की है। सिंघन खेड़ा गांव में 13.842 हेक्टेयर की यह भूमि विवाद की मुख्य वजह है।