विधानसभा चुनाव : यूपी में पहले चरण के मतदान की व्यापक तैयारिया, कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
लखनऊ, 9 फरवरी। देश के पांच राज्यों में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के तहत उत्तर प्रदेश में गुरुवार, 10 फवररी को कराए जाने वाले पहले चरण के मतदान के लिए निर्वाचन आयोग ने व्यापक तैयारियां की हैं। इस चरण में योगी आदित्यनाथ कैबिनेट के कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
पश्चिम यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर होगी वोटिंग
यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल ने बुधवार को बताया कि निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष, सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने के लिए व्यापक इंतजाम एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों – शामली, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, मुजफ्फर नगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा व आगरा जिलों की नौ सुरक्षित सहित कुल 58 विधानसभा सीटों के लिए सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक वोटिंग होगी।
पहले चरण के चुनावी रण 73 महिलाओं सहित 623 प्रत्याशी
पहले चरण की वोटिंग में 623 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा, जिनमें 73 महिला उम्मीदवार हैं। इस दौरान जिन प्रमुख मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हैं, उनमें श्रीकांत शर्मा, सुरेश राणा, संदीप सिंह, कपिल देव अग्रवाल, अतुल गर्ग और चौधरी लक्ष्मी नारायण आदि शामिल हैं।
2.28 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल ने बताया कि कोविड-19 के मद्देनजर मतदेय स्थलों पर थर्मल स्कैनर, हैंड सेनेटाइजर, दस्तानों, मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन, पानी आदि की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 2.28 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे, जिनमें 1.24 करोड़ पुरुष, 1.04 करोड़ महिलाएं तथा 1,448 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं।
वोटिंग के लिए 10,853 मतदान केंद्र और 26,027 मतदेय स्थल
अजय शुक्ल ने बताया कि पहले चरण के चुनाव के लिए कुल 10,853 मतदान केंद्र और 26,027 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए 48 सामान्य प्रेक्षक, आठ पुलिस प्रेक्षक तथा 19 व्यय प्रेक्षक तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 2175 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 284 जोनल मजिस्ट्रेट, 368 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2718 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि मतदाता पहचान पत्र नहीं होने पर आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस समेत 12 अन्य वैकल्पिक पहचानपत्रों का उपयोग कर वोट डाला जा सकेगा। ज्ञातव्य है कि पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार मंगलवार शाम पांच बजे बंद हो गया था।
भाजपा ने पिछली बार 58 में 53 सीटें जीती थीं
पहले चरण में पश्चिमी यूपी के जाट बहुल क्षेत्र को कवर किया जाएगा, जहां से किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी में केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया था। भाजपा के लिए यह चरण इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि 2017 में उसे यहां 58 में से 53 सीटें मिली थीं जबकि समाजवादी पार्टी और बसपा को दो-दो सीटें मिली थीं। एक सीट राष्ट्रीय लोक दल के खाते में गई थी। लेकिन चौधरी जयंत सिंह को हार का सामना करना पड़ा था, जिनकी पार्टी रालोद इस बार सपा के साथ गठबंधन बनाकर लड़ रही है।