अमेरिकी ओपन टेनिस : राडुकानु ने रचा इतिहास, ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाली पहली क्वालीफायर
न्यूयॉर्क, 12 सितम्बर। यूएसटीए नेशनल टेनिस सेंटर के फ्लशिंग मेडोज परिसर में शनिवार की रात नए इतिहास का सृजन हुआ, जब दो गैरवरीय किशोरियों के बीच अमेरिकी ओपन महिला टेनिस चैंपियनशिप के फाइनल में पहली बार किसी पुरुष या महिला क्वालीफायर चैंपियन का अभ्युदय हुआ।
डब्ल्यूटीए करिअर की पहली उपाधि पर लिखाया नाम
जी हां, यहां बात हो रही है ब्रिटेन की 18 वर्षीया एम्मा राडुकानु की, जिन्होंने ऑर्थर ऐश स्टेडियम में स्वयं से लगभग दो माह बड़ी 19 वर्षीया कनाडाई लेला फर्नांडीज को एक घंटा 51 मिनट तक खिंचे सीधे सेटों के मुकाबले मे 6-4, 6-3 से हरा दिया और मेजर (ग्रैंड स्लैम) के रूप में डब्ल्यूटीए करिअर की पहली उपाधि जीतने में सफल हो गईं।
यूएस ओपन में उतरने के पहले टूर में सिर्फ तीन मैच जीतने वालीं राडुकानु को 150वीं रैकिंग के चलते यहां क्वालीफाइंग राउंड खेलना पड़ा। लेकिन युवा पीढ़ी की इस नई प्रतिभा के आक्रामक खेल की दाद देनी होगी कि उसने क्वालीफायर के तीन और मुख्य ड्रॉ के सात यानी सभी 10 मैच एक भी सेट गंवाए बिना जीते। हालांकि फर्नांडीज भी कम तारीफ के काबिल नहीं, जो 73वीं रैंकिंग लेकर यहां उतरी थी और फाइनल तक के सफर में कई दिग्गजों को पटखनी दी।
दरअसल 53 वर्षों बाद यह पहला अवसर था, जब दो गैर वरीय खिलाड़ियों के बीच किसी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट का महिला एकल फाइनल था। साथ ही 1999 के बाद यह पहला मौका था, जब दो किसी मेजर के फाइनल में दो किशोरियां आमने-सामने थीं। 1999 में यूएस ओपन के ही फाइनल में 17 वर्षीया सेरेना विलियम्स ने 18 वर्षीया मार्टिना हिंगिस को हराकर ट्रॉफी जीती थी।
सबसे निचली रैंकिंग की मेजर खिताब विजेता
राडुकानू यूएस ओपन खिताब जीतने वाली न सिर्फ सबसे निचली रैंकिंग वाली खिलाड़ी हैं वरन 2014 में सेरेना विलियम्स के बाद से एक भी सेट गंवाए बिना यूएस ओपन जीतने वाली पहली महिला हैं। इसके अलावा मारिया शारापोवा के 17 वर्ष की उम्र में 2004 विंबलडन जीतने के बाद से राडुकानू सबसे कम उम्र की ग्रैंड स्लैम चैंपियन भी हैं।
दोनों खिलाड़ियों के बीच जबर्दस्त टक्कर देखने को मिली
मुकाबले की बात करें तो शुरुआत से ही कड़ी टक्कर देखने को मिली। राडुकानु ने दूसरे ही गेम में लेला की सर्विस तोड़ी तो अगले गेम में फर्नांडीज ने भी एम्मा की सर्विस छीन ली। हालांकि 12वें गेम में राडुकानु ने चौथे ब्रेक अंक पर फोरहैंड विनर ने विपक्षी की सर्विस छीनकर 1-0 सेट की बढ़त ले ली।
दूसरे सेट के तीसरे गेम में राडुकानु की सर्विस छीनने के बाद अगले गेम में फर्नांडीज की सर्विस भी टूट गई (2-2)। इसके बाद एम्मा ने रफ्तार पकड़ ली और छठे गेम में एक और सर्विस ब्रेक के सहारे उन्होंने 5-2 की अग्रता ले ली। हालांकि आठवें गेम में लेला ने अपनी सर्विस बचाई और अगले गेम में मैच के लिए उतरी राडुकानु को घुटने में हल्की चोट के चलते ब्रेक भी लेना पड़ा।
44 वर्षों में कोई मेजर जीतने वाली दूसरी ब्रिटिश महिला
फिलहाल राडुकानु ने तीसरे मैच अंक पर शक्तिशाली फोरहैंड से फर्नाडींज को परास्त किया और कोर्ट पर ही लुढ़ककर अपनी खुशी का इजहार किया। राडुकानु 44 वर्षों में कोई ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाली दूसरी ब्रिटिश महिला खिलाड़ी हैं। इसके पूर्व वर्जीनिया वेड ने 1977 में घरेलू सरजमीं पर विंबलडन खिताब जीता था।