1. Home
  2. हिंदी
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. तुर्की में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके, 66 घंटे में 37वीं बार हिली धरती
तुर्की में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके, 66 घंटे में 37वीं बार हिली धरती

तुर्की में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके, 66 घंटे में 37वीं बार हिली धरती

0
Social Share

अंकारा, 25 फरवरी। तुर्की में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। यूरोपियन-मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर (ईएमएससी ) ने कहा कि शनिवार को रिक्टर पैमाने पर 5.5 की तीव्रता के भूकंप ने मध्य तुर्की को झटका दिया। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, भूकंप 10 किमी की गहराई में आया।

तुर्की और सीरिया में कुल मृतकों का आंकड़ा 50 हजार के पार

ईएमएससी के अनुसार पिछले 66 घंटों में मध्य तुर्की में महसूस किया गया यह 37वां भूकंप था। गत छह फरवरी को तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के कारण 50,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और हजारों घर तबाह हुए हैं।

तुर्की में क्षतिग्रस्त घरों के पुनर्निर्माण का काम शुरू

एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि इस बीच, तुर्की ने पिछले विनाशकारी भूकंप के बाद घरों के पुनर्निर्माण का काम शुरू किया। 6 फरवरी को आए भीषण भूकंप में 5,20,000 अपार्टमेंट वाली 1,60,000 से अधिक इमारतें ढह गईं या फिर वे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे तुर्की और पड़ोसी सीरिया में हजारों लोग मारे गए।

डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी (एएफएडी) के अनुसार, तुर्की में भूकंप के कारण मरने वालों की संख्या शुक्रवार रात बढ़कर 44,218 हो गई। सीरिया के 5,914 के नवीनतम घोषित टोल के साथ, संयुक्त मृत्यु संख्या 50,000 से ऊपर हो गई। राष्ट्रपति एर्दोआन ने एक साल के भीतर क्षतिग्रस्त घरों के पुनर्निर्माण का वादा किया है, हालांकि विशेषज्ञों ने कहा है कि अधिकारियों को गति से पहले सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए।

हाल के भूकंपों में भूकंप के झटकों को झेलने के लिए बनाई गई कुछ इमारतें ढह गईं। रॉयटर्स ने एक अधिकारी के हवाले से कहा, ‘कई परियोजनाओं के लिए टेंडर और अनुबंध किए जा चुके हैं। प्रक्रिया बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है। इसमें सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।’

अधिकारियों के अनुसार बेघर हुए कई लोगों के लिए टेंट भेज दिए गए हैं, लेकिन लोगों ने बताया कि उन्हें वहां पहुंचने में परेशानी हो रही है। विशेष रूप से, एर्दोआन की सरकार को तबाही के प्रति अपनी प्रतिक्रिया और निर्माण गुणवत्ता नियंत्रण के गैर-प्रवर्तन, दोनों पर आलोचना की लहर का सामना करना पड़ा है।

रिपोर्टों के अनुसार सरकार की प्रारंभिक योजना अब 15 अरब डॉलर की लागत से 2,00,000 अपार्टमेंट और 70,000 गांव के घर बनाने की है। यूएनडीपी ने कहा कि यह अनुमान है कि विनाश ने 1.5 मिलियन से अधिक लोगों को बेघर कर दिया है, कम से कम 5,00,000 नए घरों की जरूरत है।

LEAVE YOUR COMMENT

Your email address will not be published.

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code