द्रौपदी मुर्मू ने अल्जीरिया के राष्ट्रपति तेब्बौने के साथ की द्विपक्षीय वार्ता, आपसी सहयोग बढ़ाने का आह्वान
अल्जीयर्स, 15 अक्टूबर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को यहां अल्जीरिया के राष्ट्रपति अब्देलमजीद तेब्बौने के साथ द्विपक्षीय बैठक में दोनों देशों के संबंधों को मजबूत बनाए पर चर्चा की। राष्ट्रपति भवन सचिवालय ने मंगलवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा कि राष्ट्रपति ने एल मौराडिया पैलेस का दौरा किया, जहां उन्होंने अल्जीरिया के राष्ट्रपति के साथ भारत-अल्जीरिया संबंधों को और अधिक ऊंचे स्तर पर ले जाने के तरीकों पर चर्चा की, जिसमें व्यापार और निवेश पर विशेष ध्यान दिया गया।
मुर्मू ने अल्जीरिया के लिए भारत के निरंतर समर्थन और अफ्रीका के प्रति भारत की प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की। दोनों राष्ट्रपतियों ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता का नेतृत्व किया और प्रेस के समक्ष बयान जारी किए। इससे पहले मुर्मू ने अल्जीयर्स में मकाम इचाहिद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और अल्जीरियाई स्वतंत्रता संग्राम में प्राण न्यौछावर करने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने अल्जीरिया के मुक्ति संघर्ष की याद में मौदजाहिद के राष्ट्रीय संग्रहालय का भी दौरा किया। राष्ट्रपति ने बाद में अल्जीरियाई आर्थिक नवीनीकरण परिषद और भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित अल्जीरियाई-भारतीय आर्थिक मंच को संबोधित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारत-अल्जीरिया संबंधों को आगे बढ़ाना हमारे साझा मूल्यों, समान चुनौतियों और आपसी विश्वास पर आधारित है। राष्ट्रपति ने कहा कि अल्जीरिया की तीव्र वृद्धि और विस्तारित अर्थव्यवस्था विभिन्न क्षेत्रों में कई अवसर प्रदान करती है। उन्होंने भारतीय कंपनियों से आग्रह किया कि वे अल्जीरियाई अर्थव्यवस्था द्वारा पेश किए जाने वाले अवसरों से जुड़े रहें और निवेश करें।
राष्ट्रपति ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि भारत और अल्जीरिया के बीच कुल व्यापार 1.7 अरब अमेरिकी डॉलर का है, हालांकि, आर्थिक संबंध पूरी तरह से क्षमता का दोहन नहीं कर पाए हैं। उन्होंने ऊर्जा, निर्माण, ऑटोमोबाइल, उर्वरक और फार्मास्यूटिकल्स में हमारे चल रहे सहयोग को मजबूत करने और एक उज्जवल भविष्य के लिए नए व्यापार और निवेश पहलों की पहचान करने की आवश्यकता पर बल दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी, आईटी, फिन-टेक, फार्मा, अंतरिक्ष, स्टार्ट-अप और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि भारत इन क्षेत्रों में अपने अनुभवों को हमारे अल्जीरियाई भागीदारों के साथ साझा करने के लिए तैयार है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में सुधारों ने व्यवसायों को स्थापित करना और विकसित करना आसान बना दिया है। उन्होंने अल्जीरियाई कंपनियों को भारत की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ पहलों में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।राष्ट्रपति ने रविवार को अल्जीरिया में भारत के राजदूत द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में अल्जीयर्स में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित किया।
इस अवसर पर अल्जीरिया के सभी हिस्सों से अल्जीयर्स आए भारतीय समुदाय के सदस्यों की उत्साही सभा को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने अल्जीरिया की अर्थव्यवस्था में उनके योगदान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत और भारतीय समाज ने विदेशों में भारत की स्थिति, प्रतिष्ठा और प्रतिष्ठा बढ़ाने में भारतीय समुदाय के योगदान को हमेशा महत्व दिया है और उसकी सराहना की है। अल्जीरिया में भारतीय समुदाय भारत के हितों और सॉफ्ट पावर को आगे बढ़ाने वाला एक सेतु है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वे अपनी उपलब्धियों से भारत को गौरवान्वित करते रहेंगे और भारत-अल्जीरिया संबंधों की बेहतरी के लिए काम करेंगे।
राष्ट्रपति रविवार शाम अल्जीरिया, मॉरिटानिया और मलावी की अपनी राजकीय यात्रा के पहले चरण में अल्जीयर्सपहुंची थी। तेब्बौने ने मुर्मु का हवाई अड्डे पर औपचारिक स्वागत किया। यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की अल्जीरिया की पहली यात्रा है। राष्ट्रपति के साथ इस राजकीय यात्रा पर राज्य मंत्री सुकान्त मजूमदार संसद सदस्य मुकेश कुमार दलाल और अतुल गर्ग भी हैं।