ज्ञानवापी प्रकरण में न्यायालय का फैसला हिन्दू समाज के लंबे संघर्षों का फल : डॉ. प्रवीण तोगड़िया
कणार्वती (अहमदाबाद), 12 मई। अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद (एएचपी) के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण में वाराणसी के न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि यह हिन्दू समाज के लंबे संघर्षों का फल है।
डॉ. तोगड़िया ने गुरुवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे कराए जाने के न्यायालय के निर्णय से एचएपी, राष्ट्रीय बजरंग दल, एक्सप्लोर काशी (Explore Kashi) सहित अन्य संगठनों में हर्ष व्याप्त है। अब ज्ञानवापी परिसर में संपूर्ण सर्वे होगा, जरूरत होगी तो ताले खुलवा कर तहखाने का भी सर्वे होगा।
गौरतलब है कि वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी केस में सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर की अदालत ने गुरुवार को अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि ज्ञानवापी परिसर का सर्वे करने के लिए नियुक्त कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र नहीं हटाए जाएंगे। अदालत ने एडवोकेट कमिश्नर के साथ दो और वकीलों को भी सर्वे कमेटी में शामिल कर दिया है। साथ ही ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे 17 मई से पहले कराने का भी निर्देश दिया है।
एएचपी अध्यक्ष डॉ. तोगड़िया ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में भगवान काशी विश्वनाथ जी जल्द ही अपने मूल प्राचीन भव्य मंदिर में विधिवत विराजमान होंगे।
डॉ. तोगड़िया ने भरोसा व्यक्त किया कि भव्य नंदी की दीर्घ प्रतीक्षा पूर्ण होगी, देवी श्रृंगार गौरी और अनेक भैरवों, देवी-देवताओं को फिर से पूजा-अर्चना और प्राचीन वैभव प्राप्त होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि देशभर में ऐसे ही लंबित सभी मामलों में यह निर्णय लागू होगा।