डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली, शपथ ग्रहण के साथ टूटे कई रिकॉर्ड
वॉशिंगटन, 20 जनवरी। डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को यहां संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण कर लिया। उनके शपथ ग्रहण करते ही कई रिकॉर्ड टूट गए हैं। अमेरिकी इतिहास में दूसरी बार इनडोर में शपथ ग्रहण समारोह हुआ। यह फैसला देश में जारी कड़ाके की ठंड के चलते लिया गया।

फ्लोरिडा से विशेष विमान से परिवार समेत वॉशिंगटन पहुंचे ट्रंप
हालांकि शीतलहरी के बावजूद ट्रंप के समर्थक वॉशिंगटन डीसी पहुंचे, जहां वह ट्रंप के समर्थन में आतिशबाजी के साथ उनके लिए माहौल बनाते दिखे। ट्रंप फ्लोरिडा से एक विशेष विमान से परिवार समेत वॉशिंगटन पहुंचे थे। उनकी इस फ्लाइट को स्पेशल एयर मिशन-47 का नाम दिया गया था क्योंकि वह अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति हैं। ट्रंप के बच्चे इवांका ट्रंप, टिफनी ट्रंप, एरिका ट्रंप और बैरन ट्रंप भी उनके साथ पहुंचे।
Donald Trump has been sworn in as the 47th President of the United States, taking charge as Republicans claim unified control of Washington and set out to reshape the country’s institutions. pic.twitter.com/QoVP7yRnAj
— The Associated Press (@AP) January 20, 2025
2 बाइबल पर हाथ रख कर ली शपथ, जेडी वेंस ने ली उप राष्ट्रपति की शपथ
डोनाल्ड ट्रंप ने दो बाइबिल पर हाथ रख कर शपथ ली। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम लिंकन की बाइबिल पर हाथ रख कर शपथ ली, जिसका प्रयोग पहली बार 1861 में 16वें अमेरिकी राष्ट्रपति को शपथ दिलाने के लिए किया गया था। दूसरी बाइबिल वह थी, जो ट्रंप को उनकी मां ने 1955 में फर्स्ट प्रेस्बिटेरियन चर्च में संडे चर्च प्राइमरी स्कूल से स्नातक होने के अवसर पर दी थी। ट्रंप के साथ जेडी वेंस ने उप राष्ट्रपति पद की शपथ ली।
JD Vance was sworn in as vice president by Supreme Court Justice Brett Kavanaugh on Monday with Vance's wife, Usha, and their three young children by his side. pic.twitter.com/awvY0LKq0A
— The Associated Press (@AP) January 20, 2025
4 वर्ष के अंतराल बाद ह्वाइट हाउस में वापसी करने वाले 131 वर्षों में दूसरे नेता
अमेरिका की राजनीति में ह्वाइट हाउस छोड़ने के चार साल बाद वापसी करना पाना लगभाग असंभव माना जाता है, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने इस नामुमकिन लक्ष्य को मुमकिन बनाकर इतिहास रचा है। ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दोबारा शपथ ग्रहण कर पूर्व राष्ट्रपति ग्रोवर क्लीवलैंड के रिकॉर्ड की बराबरी की। ग्रोवर क्लीवलैंड पहले अमेरिकी राष्ट्रपति थे, जिन्होंने ह्वाइट हाउस से चार वर्ष बाहर होने के बाद जोरदार वापसी का 131 वर्ष पहले रिकॉर्ड बनाया था। ग्रोवर क्लीवलैंड 1885 से 1889 और 1893-1897 तक अमेरिका के दो बार राष्ट्रपति रहे। उनके बाद डोनाल्ड ट्रंप दूसरे ऐसे नेता हैं, जिन्होंने चार वर्ष के अंतराल के बाद सत्ता में वापसी की है।
40 वर्ष बाद हुआ इनडोर शपथ ग्रहण
डोनाल्ड ट्रंप का शपथ ग्रहण भी अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह यूएस कैपिटल के बाहर खुली जगह के बजाए अमेरिकी संसद के अंदर कैपिटल रोटुंडा हॉल में आयोजित किया गया। यह फैसला कड़ाके की ठंड के चलते लेना पड़ा। ट्रंप से पहले 1985 में रोनाल्ड रीगन ने भी पद की शपथ इनडोर समारोह में ली थी। उस वक्त भी खराब मौसम की वजह से ऐसा फैसला लिया गया था। इस तरह अमेरिकी इतिहास में 40 वर्षों बाद राष्ट्रपति ने संसद के अंदर शपथ ग्रहण किया।

इन विदेशी मेहमानों ने की भागीदारी
ट्रंप के शपथ ग्रहण में कई विदेशी मेहमान शामिल हुए, जो कि अमेरिकी इतिहास में पहली बार था। शपथ ग्रहण में हंगरी के पीएम विक्टर ओरबान, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली, इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने भाग लिया जबकि यूके, फ्रांस जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, जापान, चीन और भारत जैसे देशों के प्रतिनिधियों ने ट्रंप के शपथ ग्रहण में भाग लिया। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत का प्रतिनिधित्व किया।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी सपत्नीक शामिल हुए
वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और नीता अंबानी भी समारोह में शामिल हुए। उनके अलावा ट्रंप के सलाहकार एलन मस्क, अमेज़ॅन के कार्यकारी अध्यक्ष जेफ बेजोस और मेटा प्लेटफॉर्म्स के सीईओ मार्क जकरबर्ग भी इस समारोह में शामिल हुए। इस तरह डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे शपथ ग्रहण समारोह में कई परंपराओं को तोड़ते हुए कई नए रिकॉर्ड बना लिए हैं।
अमेरिका को फिर से बनाएंगे महान : ट्रंप
ट्रंप ने संसद के अंदर शपथ ग्रहण समारोह के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अमेरिका में नॉर्थ पोल के पास बर्फीला तूफान चल रहा है। वह नहीं चाहते कि लोग किसी भी तरह से परेशान हों, इसलिए उन्होंने उद्घाटन भाषण भी कैपिटल रोटुंडा में दिए जाने का आदेश दिया है। हर कोई सुरक्षित रहेगा, हर कोई खुश रहेगा और सब मिलकर अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे।
