चंडीगढ़, 24 सितम्बर। धान खरीदी की मांग को लेकर जारी हरियाणा के किसानों का प्रदर्शन खत्म हो गया है। इसके साथ ही करीब 21 घंटों से बंद दिल्ली-अंबाला नेशनल हाईवे पर यातायात फिर शुरू हो गया है। खबर है कि सरकार किसानों की मांगों पर नरम हो गई है। खास बात है कि इस ब्लॉक के चलते कुरुक्षेत्र के आसपास ट्रैफिक की भारी समस्या खड़ी हो गई थी। धान की आधिकारिक खरीदी एक अक्टूबर से शुरू हो रही है।
भारतीय किसान यूनियन-चढ़ूनी के गुरनाम सिंह चढ़ूनी का कहना है कि राज्य ने बताया है कि वह अनाज मंडियों में रखी धान को निकालना शुरू करेगी। उन्होंने बताया कि जैसे कि पहले घोषणा की गई है, कागजों पर काम एक अक्टूबर को किया जाएगा। BKU-C ही किसानों के इस प्रदर्शन की अगुआई कर रही थी। चढ़ूनी ने कहा कि अब वे इसे कहां स्टोर करेंगे, यह उनका सिरदर्द है।
नेशनल हाईवे 44 को ब्लॉक किए जाने के खिलाफ पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर हुई थी। याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यातायात व्यवस्था को बेहतर करने के लिए हाईवे खुला रखने के निर्देश दिए। उच्च न्यायालय ने हरियाणा के मुख्य सचिव को निर्देशों के पालन के संबंध में एक रिपोर्ट दाखिल करने के लिए भी कहा था।
कुरुक्षेत्र एसपी सुरेंद्र सिंह भोरिया ने बताया कि सभी डायवर्जन को हटा दिया गया है और अब ट्रैफिक शुरू हो गया है। हमने दोस्ताना तरीके से किसानों के साथ इस मामले को सुलझा दिया है। विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को डर था कि बारिश और नमी अनाज को खराब करे देगी और उनके पास स्टोर करने के लिए जगह नहीं है। ऐसे में सरकार को खरीद की तारीख आगे बढ़ानी चाहिए।