ताशकंद में बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह – हर तरह के आतंकवाद से लड़ने के लिए एकजुट हो शंघाई सहयोग संगठन
ताशकंद, 24 अगस्त। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवाद से एक साथ लड़ने और आतंकवाद के सभी स्वरूपों को समाप्त करने का शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) का आह्वान किया है। बुधवार को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में शंघाई सहयोग संगठन के रक्षा मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने यह आह्वान किया।
एससीओ के सदस्यों के साथ संयुक्त संस्थागत क्षमता विकसित करना चाहता है भारत
राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद, सीमा पार से आतंकवाद सहित हर स्वरूप में मानवता के खिलाफ अपराध है। आतंकवाद वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर चुनौती है। भारत सभी प्रकार के आतंकवाद से लड़ने और क्षेत्र को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और स्थिर बनाने की प्रतबिद्धता व्यक्त करता है। भारत संगठन के सदस्य देशों के साथ संयुक्त संस्थागत क्षमता विकसित करना चाहता है, इससे व्यक्तियों, समाजों और राष्ट्रों के बीच सहयोग की भावना पैदा होगी।
अगले वर्ष भारत में एससीओ देशों के रक्षा मंत्रालयों की कार्यशाला होगी
रक्षा मंत्री ने वर्ष 2023 में एससीओ के सदस्य देशों के रक्षा मंत्रालयों के लिए भारत में एक कार्यशाला आयोजित करने का प्रस्ताव रखा। यह कार्यशाला मानवीय सहायता और आपदा रोधी बुनियादी ढांचा विषय पर होगी। उन्होंने शांतिपूर्ण, सुरक्षित और स्थिर अफगानिस्तान के लिए भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
अफगानिस्तान की स्वायत्तता का सम्मान करने पर भी बल
राजनाथ सिंह ने अफगानिस्तान के आंतरिक मामलों में संप्रभुता, स्वतंत्रता, क्षेत्रीय अखंडता, राष्ट्रीय एकता और गैर-हस्तक्षेप का सम्मान करने पर भी बल दिया। उन्होंने सभी पक्षों से अफगानिस्तान के अधिकारियों को बातचीत के माध्यम से राष्ट्रीय सहमति प्राप्त करने का आग्रह किया। उन्होंने इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के महत्व को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह और प्रशिक्षण देकर किसी भी देश को डराने या हमला करने के लिए अफगानिस्तान का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने अफगानिस्तान के लोगों को तत्काल मानवीय सहायता प्रदान करने और उनके मौलिक अधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।