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भारत-मोरक्को रक्षा सहयोग को मिला नया आयाम : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के रक्षा उत्पादन संयंत्र का किया उद्घाटन

भारत-मोरक्को रक्षा सहयोग को मिला नया आयाम : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के रक्षा उत्पादन संयंत्र का किया उद्घाटन

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नई दिल्ली, 23 सितम्बर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मोरक्को के उनके समकक्ष अब्देलातिफ लाउदी ने मंगलवार को कासाब्लांक इलाके को बेरेचिद शहर में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) के नए रक्षा उत्पादन संयंत्र का उद्घाटन किया। 20,000 वर्ग मीटर में फैले भारत के पहली विदेशी रक्षा उत्पादन संयंत्र ने भारत-मोरक्को रणनीतिक संबंधों को काफी अहम बना दिया है। यह मोरक्को का सबसे बड़ा रक्षा उत्पादन संयंत्र है और अफ्रीका में किसी भारतीय निजी कम्पनी द्वारा स्थापित पहला ऐसा संयंत्र है।

यह संयंत्र स्वदेशी रूप से विकसित ह्वील्ड आर्मर्ड प्लेटफॉर्म (WhAP) 8×8 का उत्पादन करेगा, जिसे TASL और भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने मिलकर डिजाइन किया है। WhAP में मॉड्यूलर डिजाइन, उन्नत गतिशीलता, स्केलेबल बैलिस्टिक और माइन प्रोटेक्शन, स्वतंत्र सस्पेंशन, उच्च शक्ति वाला इंजन और मानवयुक्त एवं स्वचालित हथियार स्टेशनों के विकल्प शामिल हैं। इसके विभिन्न संस्करणों में पैदल सेना लड़ाकू वाहन, बख्तरबंद कर्मी वाहन, टोही वाहन, कमांड पोस्ट, मोर्टार कैरियर और एम्बुलेंस शामिल हैं। उत्पादन पहले ही शुरू हो चुका है, और रॉयल मोरक्कन आर्मी को पहली डिलीवरी अगले महीने से होने की उम्मीद है। संयंत्र निर्धारित समय से तीन महीने पहले चालू हो गया।

राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर कहा, “भारत का आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य केवल घरेलू जरूरतों को पूरा करना नहीं बल्कि दुनिया के लिए उच्च तकनीक और गुणवत्ता वाले उत्पादों का विश्वसनीय स्रोत बनना भी है। यह संयंत्र हमारे ‘मेक इन इंडिया’, ‘Make with Friends,’ और ‘Make for the World’ दृष्टिकोण को दर्शाता है।” उन्होंने बताया कि लगभग एक-तिहाई घटक स्थानीय स्तर के होंगे और आने वाले वर्षों में स्थानीय मूल्य संवर्द्धन 50% तक बढ़ने की संभावना है। यह संयंत्र मोरक्को में रोजगार के अवसर पैदा करेगा और इंजीनियरों, तकनीशियनों और आपूर्तिकर्ताओं की मजबूत इकोसिस्टम विकसित करेगा।

इसके अलावा रक्षा मंत्री ने मोरक्को के भौगोलिक महत्व पर भी जोर दिया, जो अफ्रीका और यूरोप के लिए एक प्रवेश द्वार है, और इसे निर्यात और अंतरराष्ट्रीय सहयोग का केंद्र बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि यह संयंत्र भारत-मोरक्को रक्षा सहयोग को मजबूत करेगा, क्षेत्रीय सुरक्षा बढ़ाएगा और दोनों देशों के युवा प्रतिभाओं को नवाचार और सहयोग के लिए प्रेरित करेगा। उद्घाटन समारोह में मोरक्को सरकार, मोरोक्कन रॉयल आर्म्ड फोर्सेज, भारतीय सरकार, भारतीय सशस्त्र बल और TASL के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मोरक्को में TASL का यह संयंत्र अंतरराष्ट्रीय सहयोग का एक मॉडल है, जो संप्रभुता का सम्मान करता है, स्थानीय क्षमताओं को मजबूत करता है और वैश्विक शांति में योगदान देता है।

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