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डेविस कप : दक्षिणेश्वर पदार्पण में चमके, नागल की जीत से वापसी, भारत को पहले दिन स्विट्जरलैंड पर 2-0 से बढ़त

डेविस कप : दक्षिणेश्वर पदार्पण में चमके, नागल की जीत से वापसी, भारत को पहले दिन स्विट्जरलैंड पर 2-0 से बढ़त

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बील (स्विट्जरलैंड), 12 सितम्बर। रिजर्व खिलाड़ी के रूप में चयनित दक्षिणेश्वर सुरेश जहां पदार्पण मैच में ही चकम उठे और स्विट्जरलैंड की ऊंची रैंकिंग वाले जेरोम काइम को सीधे सेटों में हरा दिया वहीं सुमित नागल ने डेविस कप में जीत से वापसी की और भारत ने शुक्रवार को यहां विश्व ग्रुप एक टाई के पहले दिन यूरोपीय टीम के खिलाफ 2-0 की अहम बढ़त हासिल कर ली।

कप्तान रोहित राजपाल ने आर्यन शाह की जगह दक्षिणेश्वर पर भरोसा जताया और चेन्नई के इस लंबे कद के 25 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने उन्हें निराश नहीं किया। उन्होंने स्विस टेनिस एरेना के इनडोर हार्ड कोर्ट पर 155वीं रैंक वाले काइम को शुरुआती एकल रबर में 7-6 (5) 6-3 से शिकस्त दी। एटीपी रैंकिंग में दक्षिणेश्वर 626वें स्थान पर हैं, लेकिन उनका खेल इस कम रैंकिंग से कहीं बेहतर था। उन्होंने नेट का शानदार इस्तेमाल कर अपने प्रतिद्वंद्वी को परेशान किया।

वहीं पिछले वर्ष शीर्ष 100 में रहने के बाद अब शीर्ष 300 में बने रहने के लिए संघर्षरत 290वीं रैंकिग के 28 वर्षीय नागल ने मार्क-एंड्रेया ह्यूस्लर को 6-3, 7-6 (4) से हराकर इस वैश्विक टीम टेनिस स्पर्धा में जीत से वापसी की, और भारत को 2-0 की बढ़त दिलाने के साथ पहले दिन का समापन किया।

यूरोपीय धरती पर यादगार जीत हासिल करने के करीब भारत

भारत अब यूरोपीय धरती पर एक यादगार डेविस कप जीत हासिल करने के बहुत करीब है क्योंकि उसे शनिवार को होने वाले तीन मैचों में से सिर्फ एक में जीत हासिल करनी होगी। एन श्रीराम बालाजी और ऋत्विक बोलिपल्ली की टीम उलट एकल से पहले जैकब पॉल और डोमिनिक स्ट्राइकर से भिड़ेगी। आवश्यक हुआ तो पहले उलट एकल में सुमित नागल का सामना जेरोम काइम से होगा जबकि दूसरे व अंतिम उलट एकल में दक्षिणेश्वर की मार्क-एंड्रेया ह्यूस्लर से मुलाकात होगी।

यूरोपीय टीमों के खिलाफ अब तक खराब ही रहा है भारत का रिकॉर्ड

भारतीय डेविस कप टीम की यात्रा इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि उसने दौरे के दौरान उज्बेकिस्तान और कजाखस्तान जैसी मजबूत एशियाई टीमों को हराया था, लेकिन जब यूरोपीय टीम की बात आती है तो उसका रिकॉर्ड खराब ही रहा है।

भारत ने पिछली बार 1993 में कान्स में किसी यूरोपीय टीम को हराया था, जब लिएंडर व रमेश कृष्णन की अगुअई में टीम ने क्वार्टर फाइनल में फ्रांस को 3-2 से हराया था। इस सदी की शुरुआत से भारत को स्वीडन (2024), डेनमार्क (2023), नॉर्वे (2022), फिनलैंड (2021), क्रोएशिया (2020), इटली (2019), सर्बिया (2018, 2011), कनाडा (2017), रूस (2010), रोमानिया (2008), स्वीडन (2005), नीदरलैंड (2003) और स्वीडन (2000) से विदेशी मैदानों में हार मिली है। भारत ने हालांकि 2022 में नई दिल्ली में घरेलू मैदान पर डेनमार्क को हराया था।

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