कोरोना वायरस फिर तेजी से फैल रहा, देशभर में मरीजों की संख्या 3000 के पार, 24 घंटे में 4 लोगों की मौत
नई दिल्ली, 31 मई। पांच वर्ष पूर्व दुनियाभर में जानलेवा साबित हो चुकी कोविड महामारी देश में एक बार फिर तेजी से पांव पसारने लगी है। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अब कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या 3,395 तक पहुंच गई है जबकि पिछले 24 घंटे में चार लोगों की मौत हुई है।
केरल में सर्वाधिक 1,336 एक्टिव केस
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड पर जारी आंकड़ों के अनुसार देश में मौजूदा समय केरल में सबसे ज्यादा 1336 एक्टिव केस हैं और बीते 24 घंटे में 189 नए केस आए हैं। महाराष्ट्र में 467 केस हैं और एक दिन में 43 केसों की बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली में 375 एक्टिव केस हैं और बीते 24 घंटे में 81 नए केस सामने आए हैं। गुजरात में 265, कर्नाटक में 234, पश्चिम बंगाल में 205 व तमिलनाडु में 185 केस सामने आए हैं।
कर्नाटक सरकार ने जारी किया सर्कुलर
वहीं कर्नाटक की सरकार ने एक सर्कुलर जारी किया है। इसमें लोगों को सलाह दी गई है कि नियमित रूप से हाथ धोने की आदत डालें, खांसी/छींक आने पर शिष्टाचार का पालन करें, भीड़भाड़ से बचाव और मास्क का प्रयोग (जहां आवश्यक हो) करें।
दिल्ली, केरल, कर्नाटक व यूपी में एक-एक मरीज की मौत
मंत्रालय के अनुसार दिल्ली, केरल, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। दिल्ली में 71 वर्षीय बुजुर्ग की मौत निमोनिया, सेप्टिक शॉक और एक्यूट किडनी इंजरी के कारण हुई। कर्नाटक में 63 वर्षीय मरीज, केरल में 59 वर्षीय मरीज और उत्तर प्रदेश में 23 वर्षीय युवक की मौत हुई है।
बीते 24 घंटे में 685 नए मामले दर्ज किए गए
गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों में ही कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या में भारी वृद्धि देखने को मिली है। 22 मई को जहां सिर्फ 257 सक्रिय मामले थे, वहीं 26 मई को यह आंकड़ा बढ़कर 1010 और अब 3395 हो गया है। बीते 24 घंटे में 685 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
डीएमसी अध्यक्ष बोले – केस तो बढ़ रहे, लेकिन लक्षण हल्के
इस बीच दिल्ली मेडिकल काउंसिल (डीएमसी) के प्रेसिडेंट और सीनियर पीडियाट्रिक्स डॉ. अरुण गुप्त का कहना है कि यह देखना होता है कि नया स्ट्रेन कितना गंभीर है और अब तक जो रिपोर्ट सामने आ रही है, उसमें केस तो बढ़ रहे हैं, लेकिन माइल्ड स्ट्रेन यानी हल्के लक्षण हैं। जुकाम, खांसी, बुखार जैसे लक्षण हैं और मरीज कुछ दिनों में आसानी से ठीक हो रहे हैं। उनका कहना है कि वायरस का रूप बदलता रहता है और नए वैरिएंट के आने पर केस एक बार तो बढ़ते ही हैं, लेकिन देखना होता है कि केसों की गंभीरता कितनी है।
