नई दिल्ली, 22 मई। कोरोना से बचाव के तहत कोरोनारोधी दो वैक्सीन – कोवैक्सीन व कोविशील्ड के साथ देश में सीमित मात्रा में उपलब्ध रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी का भारत में अगस्त से उत्पादन शुरू हो जाएगा। रूस में भारत के राजदूत डी.बी. वेंकटेश वर्मा ने यह जानकारी दी है।
वेंकटेश वर्मा ने बताया कि सितम्बर-अक्टूबर तक भारत में स्पुतनिक वी की 85 करोड़ (850 मिलियन) डोज का उत्पादन हो जाएगा। उन्होंने कहा कि दुनिया का 65 से 70 फीसदी तक स्पुतनिक वी का उत्पादन भारत में होगा और भारत की जरूरतें पूरी होने के बाद रूस इसका निर्यात दूसरे देशों में भी करेगा।
गौरतलब है कि कोविशिल्ड व कोवैक्सीन के अलावा स्पुतनिक वी कोरोना की तीसरी वैक्सीन है, जिसे भारत में आपात स्थिति में इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है। वेंकटेश ने कहा कि भारत में कोरोना के हालात नियंत्रण में आ रहे हैं। वहीं ब्लैक फंगस को लेकर भी भारत ने रूस से संपर्क साध रखा है, ताकि इस बीमारी के इलाज के लिए दवाएं मंगाई जा सकें।
अगले माह भारत को मिलेगी स्पुतनिक की 50 लाख डोज
स्पुतनिक वी के लिए फंडिग करने वाली रूसी कम्पनी रसियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने भारत की पांच कम्पनियों से इसके प्रोडक्शन के लिए समझौता किया है। भारत को प्रारंभिक तौर पर स्पुतनिक वी की 2,10,000 डोज मिल चुकी है। वहीं मई के अंत तक 30 लाख डोज और मिलेगी, जिसे भरकर इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं जून तक यह संख्या बढ़कर 50 लाख डोज हो जाएगी।
रूस ने यह भी घोषणा की है कि एक डोज वाली स्पुतनिक लाइट भी भारत में जल्द ही उपलब्ध करा दी जाएगी।