राशिद अल्वी के बिगड़े बोल – जय श्रीराम का नारा लगाने वालों की कालनेमि राक्षस से तुलना
नई दिल्ली, 12 नवंबर। पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद के बाद अब वरिष्ठ कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने विवादित बयान दिया है। इस कड़ी में उन्होंने जय श्रीराम का नारा लगाने वालों की तुलना रामायण के मायावी कालनेमि राक्षस से कर दी।
रामायण के एक प्रसंग के जरिए कालनेमि राक्षस का जिक्र किया
दरअसल, रारिश अल्वी ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान रामायण के एक प्रसंग का जिक्र करते हुए कहा, ‘जब हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने के लिए हिमालय जा रहे थे, तब एक राक्षस संत की वेष में जय श्रीराम-जय श्रीराम कह रहा था। जय श्रीराम सुनकर हनुमान जी रुके, तब उस राक्षस ने कहा कि जय श्रीराम बिना नहाए नहीं कहा जा सकता, हालांकि अभी कई लोग बिना नहाए ही जय श्रीराम बोलते हैं। खैर, हनुमान जी नहाने गए, जहां एक श्रापित मगरमच्छ ने उन्हें पकड़ लिया। मगरमच्छ को मुक्ति मिली और उसने संत का वेष धारण किए मायावी कालनेमि राक्षस की सच्चाई बताई।’
‘ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत, जो जय श्री राम का नारा लगाकर गुमराह कर रहे’
राशिद अल्वी ने कहा, ‘हम भी चाहते हैं इस देश में रामराज्य हो। लेकिन जिस राज्य में बकरी और शेर एक घाट पर पानी पीते हो, वहां नफरत कैसे हो सकती है।’ उन्होंने भाजपा की तरफ इशारा करते हुए कहा , ‘आज भी कई लोग जय श्रीराम का नारा लगाते हैं, लेकिन वे मुनि नहीं हैं, निशिचर (राक्षस) हैं। वे लोग जय श्रीराम का नारा लगाकर आमजन को गुमराह करते हैं, ऐसे लोगों से होशियार रहने की जरूरत है।’
भाजपा का पलटवार – राम भक्तों के प्रति कांग्रेस के विचारों में जहर घुला है
कांग्रेस नेता अल्वी का यह बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और उन्हें ट्रोल भी किया जा रहा है। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी उनपर पलटवार किया है। अमित मालवीय ने अल्वी के बयान का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ‘सलमान खुर्शीद के बाद अब कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी जय श्रीराम कहने वालों को निशाचर (राक्षस) बता रहे हैं। राम भक्तों के प्रति कांग्रेस के विचारों में कितना जहर घुला हुआ है।’
सलमान ख़ुर्शीद के बाद अब कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी जय श्री राम कहने वालों को निशाचर (राक्षस) बता रहे हैं।
राम भक्तों के प्रति कांग्रेस के विचारों में कितना ज़हर घुला हुआ है। pic.twitter.com/kHG3vXSpDW
— Amit Malviya (@amitmalviya) November 12, 2021
अल्वी ने दी सफाई – जय श्रीराम बोलने वाला हर आदमी मुनि नहीं होता
फिलहाल विवाद बढ़ने के बाद अल्वी ने सफाई देते हुए कहा, ‘मेरे भाषण के दौरान वहां सैकड़ों साधु-संत बैठे थे, मैंने हरगिज ये नहीं कहा कि जय श्रीराम बोलने वाला हर आदमी राक्षस होता है। मैंने कहा कि जय श्रीराम बोलने वाला हर आदमी मुनि नहीं होता है। श्रीराम एक आस्था का नाम है। उन पर राजनीति नहीं की जा सकती। मैंने यह भी कहा कि देश में सही मायने में राम राज्य आना चाहिए, जहां पर नफरत का नामो निशान न हो। भाजपा की आदत है कि एक-एक शब्द निकल कर उसका अनुचित प्रयोग किया जाए।’
सलमान खुर्शीद की पुस्तक ‘सनराइज ओवर अयोध्या‘ में भी विवादित कमेंट
ज्ञातव्य है कि इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने भी अपनी पुस्तक ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ का विमोचन कर एक नया सियासी विवाद खड़ा कर दिया है। उस किताब में अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सही ठहराया गया है, लेकिन हिन्दुत्ववादियों की तुलना आईएसआईएस और बोको हराम जैसे आतंकी संगठनों के ‘जिहादी इस्लाम वाली सोच’ से की गई है। इस पुस्तक के विमोचन के मौके पर बुधवार को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम भी मौजूद रहे।
मध्य प्रदेश सरकार पुस्तक पर लगाएगी प्रतिबंध
फिलहाल मध्य प्रदेश सरकार ने सलमान खुर्शीद की पुस्तक पर राज्य में प्रतिबंध लगाने की बात कह दी है। राज्य के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा है कि इस पर कानूनी विशेषज्ञों की राय भी ली जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता सिर्फ हिन्दुत्व को बदनाम करने की कोशिश करते हैं।