मानसून सत्र के लिए कांग्रेस की रणनीति : I.N.D.I.A. ब्लॉक को एकजुट करने के लिए विशेष बैठक बुलाएगी
नई दिल्ली, 28 जून। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस आगामी 21 जुलाई से 12 अगस्त तक प्रस्तावित संसद के मानसून सत्र में सत्तारूढ़ एनडीए को घेरने की रणनीति तैयार करने में जुट गई है। इस निमित्त वह विपक्षी गठबंधन यानी I.N.D.I.A. ब्लॉक के सहयोगियों के बीच अधिक एकता बनाने की कवायद कर रही है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘हम जल्द ही कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में एक विशेष बैठक आयोजित करेंगे, जिसमें संसद में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।’
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, बैठक का उद्देश्य आंतरिक सुरक्षा, विदेश नीति, आर्थिक संकट, जाति जनगणना, संविधान के लिए खतरे और चुनाव आयोग की भूमिका जैसे प्रमुख मुद्दों पर एकता को मजबूत करना होगा। इसके अलावा उन मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी, जिन्हें क्षेत्रीय दल एनडीए सरकार के खिलाफ उठाना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने गत 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले और उसके बाद की स्थिति पर चर्चा के लिए तत्काल सत्र बुलाने पर जोर दिया था। गत तीन जून को 16 विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी को पत्र भी लिखा था। हालांकि, उस समय कांग्रेस-राकांपा गठबंधन में थोड़ी दरार दिखी थी क्योंकि तब एनसीपी-सपा ने विशेष सत्र की मांग करने से परहेज किया था। वहीं आम आदमी पार्टी ने अलग से प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर चिंता जाहिर की थी।
कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि इसीलिए शरद पवार, उद्धव ठाकरे, लालू यादव और अखिलेश यादव जैसे I.N.D.I.A. ब्लॉक के दिग्गजों को साथ लाना और मानसून सत्र के दौरान एक मजबूत व एकजुट विपक्ष पेश करना महत्वपूर्ण है।
लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मोहम्मद जावेद ने एक ईटीवी भारत से विशेष बातचीत कहा, ‘हम पिछले सत्र के दौरान विभिन्न सार्वजनिक मुद्दों पर चिंता व्यक्त करते रहे हैं और आने वाले सत्र में उन्हें उठाना जारी रखेंगे। इसके अलावा, विशेष सत्र में चर्चा के लिए आवश्यक मुद्दों को उठाया जाना बाकी है क्योंकि सरकार ने विपक्ष को निशाना बनाने के लिए अचानक मानसून सत्र की घोषणा की है।’
मोहम्मद जावेद ने कहा, ‘हम संसद में लोगों के मुद्दे उठाने आए हैं। लेकिन सरकार बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की दुर्दशा जैसे मुद्दों को सुनने के लिए तैयार नहीं है। हम हर सत्र में इन मुद्दों को उठाते रहते हैं क्योंकि मतदाता हमसे यही उम्मीद करते हैं। लेकिन, सरकार अपने बहुमत का इस्तेमाल करती है। वे हमें किसी न किसी बहाने से बाहर रखते हैं और बिना चर्चा के बिल पास कर देते हैं। इस बार हम सभी प्रासंगिक मुद्दे उठाने की कोशिश करेंगे।’
वहीं कांग्रेस के लोकसभा सदस्य राकेश राठौर ने कहा कि एनडीए सरकार विपक्ष की चिंताओं की बिल्कुल भी परवाह नहीं करती, लेकिन I.N.D.I.A. ब्लॉक अपनी मांगों पर जोर देता रहेगा। राठौर ने कहा, सरकार विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों को नहीं सुनती है और न ही जवाब देने को तैयार है, लेकिन हम आने वाले सत्र में भी अपना काम करते रहेंगे।’
राठौर ने कहा, “प्रमुख राष्ट्रीय मुद्दों पर पूरा गठबंधन एकजुट है और यह अच्छा होगा कि गठबंधन के सभी प्रमुख नेता एकजुटता के साथ सामने आएं। इससे अच्छा संदेश जाएगा। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन गुजरात और पंजाब में सिर्फ दो विधानसभा उपचुनाव जीतने के बाद ‘आप’ ने अपनी ताकत दिखानी शुरू कर दी है, इस पर टिप्पणी नहीं करना बेहतर होगा।”
