कांग्रेस ने इंदिरा की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी, उनके योगदान को किया याद, जानिए क्या बोले राहुल
नई दिल्ली, 19 नवंबर। कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी और देश के प्रति उनके योगदान को याद किया। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ‘शक्ति स्थल’ पहुंचकर इंदिरा गांधी के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
खरगे ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर इंदिरा गांधी के व्यक्तित्व और योगदान का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “सशक्त एवं प्रगतिशील भारत के निर्माण में अपनी दक्षता, दृढ़ इच्छाशक्ति, कुशल नेतृत्व, अद्वितीय कार्यशैली एवं दूरदर्शिता से भारत निर्माण में अग्रणी योगदान देने वाली भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री व हमारी आदर्श, इंदिरा गांधी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि।
” राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया, “दादी हिम्मत और मोहब्बत दोनों की मिसाल थीं। उन्हीं से मैंने सीखा है कि निडर होकर देशहित के रास्ते पर चलते रहना असली ताकत है। उनकी यादें मेरी शक्ति हैं, जो हमेशा मुझे राह दिखाती हैं।” कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा कि जाति आधारित जनगणना और आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से बढ़ाने की मांग करके पार्टी इंदिरा गांधी के विचारों को ही आगे बढ़ा रही है।
प्रियंका गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया, “मेरी दादी श्रीमती इंदिरा गांधी जी अपने चुनाव अभियान की शुरुआत हमेशा महाराष्ट्र के नंदुरबार से करती थीं। वे मानती थीं कि आदिवासी समाज की संस्कृति सबसे अच्छी और अनूठी है क्योंकि वह प्रकृति का सम्मान और संरक्षण करती है।”
उनके मुताबिक, जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं तो आदिवासी समाज के लिए कई महत्वपूर्ण कानून बनाकर उन्होंने उन्हें शक्ति देने का काम किया तथा अपनी नीतियों से आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों और गरीबों को सबसे ज्यादा मजबूत किया। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी जाति आधारित जनगणना और एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से आगे बढ़ाने की मांग करके इंदिरा गांधी जी के विचारों को ही आगे बढ़ा रही है।
प्रियंका ने कहा, “दादी जी! आपके दिए सेवा और संस्कार के सबक सदैव हमारे साथ रहेंगे।” कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, “आज उस सशक्त महिला की 107वीं जयंती है, जिनका न सिर्फ जन्म इतिहास था बल्कि जिन्होंने कई तरीक़ों से इतिहास को आकार भी दिया। ”
रमेश के अनुसार, इंदिरा गांधी ने बिना थके, बिना रुके, बिना किसी आडंबर से भरे बड़े-बड़े दावे के काम किया। कांग्रेस महासचिव ने कहा, “इंदिरा गांधी ने भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी को विशेष रूप से कृषि, अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा और रक्षा क्षेत्र में नई गति दी। सार्वजनिक क्षेत्र की जिन बड़ी कंपनियों और संस्थाओं ने देश को गौरवान्वित किया है, उनमें उनके नेतृत्व का बहुमूल्य योगदान रहा है। ”
उन्होंने कहा, “आज जब राजधानी का दम घुट रहा है तब हम इंदिरा गांधी को याद करते हैं, जो एक बहुत बड़ी पर्यावरण प्रेमी थीं और जिन्होंने पर्यावरण और हमारी प्राकृतिक विरासत की रक्षा के लिए कानूनों और संस्थानों को आकार दिया था। हालांकि दुख की बात है कि पिछले कुछ वर्षों से इन पर सुनियोजित ढंग से हमले हुए हैं। ”
रमेश ने यह भी कहा कि आर्थिक विकास को आगे बढ़ाते हुए पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखने का पक्ष लेकर इंदिरा गांधी ने अपनी बात साबित की थी। देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर, 1917 को प्रयागराज में हुआ था। वह जनवरी 1966 से मार्च 1977 तक प्रधानमंत्री रहीं। इसके बाद 1980 में वह फिर से प्रधानमंत्री बनीं। 31 अक्टूबर, 1984 को उनके अंगरक्षकों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई थी।