अमेरिकी H-1B वीजा की फीस बढ़ने पर भड़की कांग्रेस, राहुल गांधी बोले – ‘मैं फिर कहता हूं, नरेंद्र मोदी कमजोर प्रधानमंत्री हैं’
नई दिल्ली, 20 सितम्बर। अमेरिका द्वारा H-1B वीजा की फीस बढ़ाकर एक लाख डॉलर (88 लाख रुपये) किये जाने पर कांग्रेस भड़क उठी है और पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। इसी क्रम में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दावा किया है कि मोदी एक ‘कमजोर प्रधानमंत्री’ हैं।
राहुल गांधी ने जुलाई, 2017 में X (उस वक्त ट्विटर) पर की गई अपनी एक पोस्ट को साझा करते हुए प्रधानमंत्री को निशाने पर लिया। उस पोस्ट में भी राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर ‘कमजोर प्रधानमंत्री’ होने का आरोप लगाया था। उन्होंने शनिवार को दावा किया, ‘मैं इस बात को दोहराता हूं, भारत के पास एक कमजोर प्रधानमंत्री हैं।’
I repeat, India has a weak PM. https://t.co/N0EuIxQ1XG pic.twitter.com/AEu6QzPfYH
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 20, 2025
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B वीजा से जुड़े एक अहम फैसले पर शुक्रवार को हस्ताक्षर किए हैं। इस फैसले के तहत अमेरिका अब H-1B वीजा के लिए हर वर्ष एक लाख डॉलर (करीब 88 लाख रुपये) फीस लेगा।
मोदी-मोदी के नारे लगवाना विदेश नीति – खरगे
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा – ‘गले लगना और मोदी-मोदी के नारे लगवाना’ विदेश नीति नहीं है। उन्होंने कहा कि विदेश नीति में राष्ट्रीय हितों को सर्वोच्च रखना चाहिए तथा किसी से मित्रता को विवेक एवं संतुलन के साथ आगे बढ़ाना चाहिए।
.@narendramodi ji,
Indians are pained by the return gifts you have received after the birthday call.
Birthday Return Gifts from your “Abki Baar, Trump Sarkar” Govt!
👉$100,000 annual fee on H-1B visas, hits Indian tech workers the hardest, 70% of H-1B visa holders are… pic.twitter.com/CEcVrdv5tI
— Mallikarjun Kharge (@kharge) September 20, 2025
मल्लिकार्जुन खरगे ने X पर पोस्ट किया, “नरेंद्र मोदी जी, आपके जन्मदिन पर फोन कॉल के बाद आपको जो जवाबी तोहफा मिला है, उससे भारतीय नागरिकों को दुख हुआ है। यह आपकी ‘अबकी बार, ट्रंप सरकार’ की ओर से जन्मदिन का जवाबी तोहफा है।”
भारतीय कर्मचारी सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि H-1B वीजा पर एक लाख डॉलर वार्षिक शुल्क भारतीय तकनीकी कर्मचारियों को सबसे अधिक प्रभावित करेगा क्योंकि H-1B वीजा धारकों में से 70 प्रतिशत भारतीय हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘50 प्रतिशत टैरिफ पहले ही लगाया जा चुका है, अकेले 10 क्षेत्रों में भारत को 2.17 लाख करोड़ रुपये का नुकसान पहले से ही अनुमानित है। अमेरिका का हायर अधिनियम भारतीय आउटसोर्सिंग को टारगेट करता है।’
खरगे ने कहा, ‘यहां तक कि यूरोपीय संघ से भारतीय वस्तुओं पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाने का आह्वान भी किया गया। ट्रंप ने हाल ही में कई बार दावा किया कि उनके हस्तक्षेप से भारत-पाक युद्ध रुक गया।’ उन्होंने कहा कि गले मिलना, खोखले नारे, संगीत कार्यक्रम और लोगों से ‘मोदी, मोदी’ के नारे लगवाना विदेश नीति नहीं है।
लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने कहा, ‘H-1B वीजा पर हालिया फैसले से अमेरिकी सरकार ने भारत के सर्वश्रेष्ठ और प्रतिभाशाली दिमागों के भविष्य पर हमला किया है।’ गोगोई ने दावा किया कि अब प्रधानमंत्री मोदी की रणनीतिक-चुप्पी और सिर्फ दिखावे की तरकीब अपनाना भारत और उसके नागरिकों के राष्ट्रीय हित के लिए बोझ बन गया है।
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी भारत की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
