लोकसभा चुनाव : कांग्रेस ने यूपी से 9 उम्मीदवारों ने नाम किए तय, वाराणसी में PM मोदी को फिर टक्कर देंगे अजय राय
लखनऊ, 21 मार्च। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की नौ लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार लगभग तय कर दिए हैं। यदि सब कुछ अनुकूल रहा तो इन सीटों पर उम्मीदवारों की शुक्रवार को अधिकृत घोषणा कर दी जाएगी। इन नौ उम्मीदवारों में दो दलित, दो मुस्लिम और पांच सामान्य वर्ग के हैं।
कांग्रेस सूत्रों पर भरोसा करें तो वाराणसी से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय का नाम लगभग तय है और यदि उनके नाम पर मुहर लगी तो यह लगातार तीसरी बार होगा, जब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ताल ठोकते नजर आएंगे। 2014 व 2019 के पिछले दोनों चुनावों में उन्हें पीएम मोदी के मुकाबले बड़ी पराजय झेलनी पड़ी थी। दोनों बार वह तीसरे स्थान पर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि I.N.D.I.A. गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी से सीट शेयरिग में कांग्रेस को 17 सीटें मिली हैं। दिल्ली में गुरुवार को हुई चुनाव संचालन समिति की बैठक में नौ उम्मीदवारों के नाम पर विचार-विमर्श किया गया। यह बैठक शुक्रवार को भी चलेगी। उम्मीद है कि शुक्रवार की बैठक के बाद सभी उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जाएगी।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि पहले तय किए गए नौ उम्मीदवारों में एक भी महिला नहीं है जबकि पार्टी का दावा था कि उदयपुर चिंतन शिविर में लिए गए फैसले के मुताबिक 50 फीसदी टिकट एससी, ओबीसी और महिलाओं को दिए जाएंगे। तय किए गए नौ उम्मीदवारों में तीन कुछ दिन पहले ही पार्टी में शामिल हुए हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि पहले दिन अमेठी और रायबरेली से उम्मीदवारों के नाम पर कोई चर्चा नहीं हुई। ऐसे में इन दोनों सीटों के उम्मीदवारों को लेकर निगाहें लगी हुई हैं।
सहारनपुर से इमरान मसूद और अमरोहा से दानिश अली पर दांव
फिलहाल जिन उम्मीदवारों के नामों पर अब तक सहमति बनी है, उनमें अजय राय के अलावा सहारनपुर से पूर्व विधायक इमरान मसूद, अमरोहा से पूर्व सांसद दानिश अली, बांसगांव से पूर्व मंत्री सदल प्रसाद, बाराबंकी से तनुज पुनिया, देवरिया से पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह, कानपुर से आलोक मिश्र, झांसी से पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री प्रदीप जैन आदित्य व फतेहपुर सीकरी से रामनाथ सिकरवार शामिल हैं। हालांकि अब तक अधिकृत घोषणा नहीं की गई है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि पहले दिन की बैठक में कई सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर विचार किया गया है। शुक्रवार को अन्य सीटों पर विमर्श होने के बाद पार्टी की केंद्रीय कमेटी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करेगी।
रायबरेली-अमेठी सीटों पर चुप्पी
इस सूची में रायबरेली और अमेठी को लेकर खुलासा नहीं हुआ है। लंबे समय से इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि गांधी परिवार की इन पारंपरिक सीटों से कौन चुनाव लड़ेगा। गौरतलब है कि सोनिया गांधी कुछ समय पहले राज्यसभा के लिए चुनी जा चुकी हैं। वह रायबरेली से सांसद थीं। वहीं 2019 के चुनाव में राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हार चुके हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ाने का मन बना रही है और उन्हें उनकी मां की परम्परागत सीट रायबरेली से उम्मीदवार बनाया जा सकता है।