
तेलंगाना में कांग्रेस सरकार पर खतरा, मंत्री से नाराज 10 विधायकों ने की गुप्त बैठक
तेलंगाना में कांग्रेस सरकार पर खतरा, मंत्री से नाराज 10 विधायकों ने की गुप्त बैठक
हैदराबाद, 2 फरवरी। तेलंगाना में रेवंत रेड्डी की अगुआई वाली कांग्रेस सरकार खतरे में पड़ती नजर आ रही है। इसकी असल वजह है कि मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी की कथित मनमानी से पार्टी के 10 विधायक नाराज बताए जा रहे हैं। इन्होंने न सिर्फ पार्टी आलाकमान से इसकी शिकायत की है वरन लामबंद होकर एक गुप्त बैठक भी कर ली है।
चिंतित सीएम रेवंत रेड्डी ने भी बुलाई आपात बैठक
नाराज विधायकों की इस गुप्त बैठक के बाद चिंतित मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी हरकत में आ गए हैं और उन्होंने भी आपात बैठक बुलाई है। सीएम रेड्डी ने अपने मंत्री श्रीनिवास को बैठक के लिए बुलाया है। उन्होंने इस बैठक से अधिकारियों को दूर रहने का निर्देश दिया है, जो पार्टी के भीतर असंतोष की गंभीरता को दर्शाता है।
तेलंगाना में विधान परिषद और स्थानीय निकाय चुनाव सन्निकट
दिलचस्प है कि कुछ ही दिनों बाद तेलंगाना में विधान परिषद और स्थानीय निकाय चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस आलाकमान को चिंता है कि स्थानीय निकाय और एमएलसी चुनावों से पहले विधायकों द्वारा की गई बगावत से जनता में गलत संदेश जा सकता है।
रेड्डी सरकार से नाराज 10 विधायकों में नैनी राजेंदर रेड्डी, भूपति रेड्डी, येनम श्रीनिवास रेड्डी, मुरली नाइक, कुचुकुल्ला राजेश रेड्डी, संजीव रेड्डी, अनिरुद्ध रेड्डी, लक्ष्मीकांत, दोंती माधव रेड्डी और बीरला इलैय्या शामिल हैं। इन्होंने कांग्रेस नेता अनिरुद्ध रेड्डी के फार्महाउस पर यह बैठक की थी।
10 विधायकों ने बगावत की तो अल्पमत में आ जाएगी राज्य सरकार
यदि ये 10 विधायक बगावत करते हैं तो रेवंत रेड्डी की सरकार अल्पमत में आ सकती है। फिलहाल 118 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस के पास तेलंगाना में 64 विधायक हैं। यह संख्या विधानसभा में जरूरी बहुमत से सिर्फ चार अधिक है। वहीं, मुख्य विपक्षी दल भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के 39 विधायक हैं। भाजपा के 8 और एआईएमआईएम के 7 विधायक हैं।
कांग्रेस सांसद मल्लू ने बगावत की किसी संभावना को किया खारिज
उधर नई दिल्ली में मीडियाकर्मियों से बातचीत में कांग्रेस सांसद मल्लू रवि ने कहा कि विधायकों की बैठक आईटीसी कोहिनूर में हुई थी, किसी फार्महाउस में नहीं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि डिनर में 10 विधायकों को शामिल होना था, लेकिन इसमें सिर्फ आठ ही शामिल हुए। मल्लू रवि ने यह भी कहा कि उन्होंने सभी विधायकों से व्यक्तिगत रूप से बात की है। उन्होंने बगावत की किसी भी संभावना को पूरी तरह खारिज किया।