कांग्रेस ने पप्पू यादव से कहा – नामांकन वापस लीजिए, बाहुबली नेता ने आज ही दिन में पूर्णिया से भरा था पर्चा
पटना, 4 अप्रैल। बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट को लेकर जारी नाटक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इस क्रम में गुरुवार को दिन में पूर्व सांसद व बाहुबली नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने पूर्णिया सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भर दिया, जिन्होंने कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस में अपनी जन अधिकार पार्टी (JAP) का विलय कर लिया था। लेकिन शाम होते-होते कांग्रेस ने स्पष्ट शब्दों में उनसे कह दिया कि निर्दलीय पर्चा भरने की अनुमति नहीं है और वह नाम वापस ले लें।
पप्पू यादव ने कहा था – ‘अब पूर्णिया से मेरा जनाजा ही निकलेगा‘
दरअसल, कांग्रेस की बिहार इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने पप्पू यादव से नॉमिनेशन वापस लेने कहा है। दिलचस्प यह है कि पप्पू यादव ने हर हाल में पूर्णिया से ही लड़ने का एलान किया था और आज बड़े जुलूस के साथ पर्चा भरा था। उन्होंने यह भी कहा है कि अब पूर्णिया से उनका जनाजा ही निकलेगा और वो भी कांग्रेस के झंडे में लिपटकर।
पूर्णिया सीट पर नाम वापसी की अंतिम तारीख 8 अप्रैल
पप्पू यादव ने आज नॉमिनेशन के बाद कहा था कि वह निर्दलीय लड़ जरूर रहे हैं, लेकिन उनको कांग्रेस का समर्थन है। वह बार-बार राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का नाम भी ले रहे हैं, जिसकी वजह से कांग्रेस पर पप्पू यादव को लेकर स्थिति साफ करने का दबाव था। फिलहाल पूर्णिया सीट पर नाम वापसी की अंतिम तारीख आठ अप्रैल है।
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद भी पप्पू यादव से नाराज
पप्पू यादव के नामांकन के बाद पटना में पत्रकारों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह से जब इस पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि किसी को भी आलाकमान और कांग्रेस नेतृत्व इजाजत नहीं देता है कि वह निर्दलीय नामांकन करे। कोई ऐसा करता है तो ये कांग्रेस पार्टी स्वीकार नहीं करेगी।
अखिलेश ने निखिल कुमार का नाम लेकर कहा कि औरंगाबाद में उनका टिकट नहीं हो पाया तो वो नहीं लड़े। जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या पप्पू यादव पर काररवाई होगी तो उन्होंने कहा कि अभी सलाह मशविरा होगा कि नाम वापसी की तारीख बची है, वो नाम वापस लें। वैसे, अखिलेश सिंह को पप्पू की पार्टी के कांग्रेस में विलय की भनक तक नहीं लगी थी, जिससे वो नाराज भी हैं। कभी आरजेडी में रहे अखिलेश अब भी लालू यादव के करीबी माने जाते हैं।
राजद उम्मीदवार बीमा भारती ने बुधवार को भरा था पर्चा
उल्लेखनीय है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के तहत कांग्रेस को पूर्णिया सीट मिली थी, जब भाजपा से आए उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह लड़े और जदयू के संतोष कुमार कुशवाहा से हार गए थे। पूर्णिया से ही ताल्लुक रखने वाले पप्पू यादव भी यहां से सांसद रह चुके हैं। फिलहाल इस बार महागठबंधन में लालू यादव ने पूर्णिया सीट अपने पास रखी और वहां से बीमा भारती को जदयू से बुलाकर राजद का उम्मीदवार बना दिया। बुधवार को बीमा भारती के नामांकन के बाद आयोजित सभा में शामिल होने खुद तेजस्वी यादव गए थे और कहा था कि जो उनके खिलाफ है, वो भाजपा के साथ है।