उत्तर भारत में ठंड ने तोड़ा रिकॉर्ड, पारा गिरने से बढ़ी ठिठुरन, चार दिन और रहेगा सर्दी का सितम
नई दिल्ली,14 जनवरी। उत्तर भारत में ठंड ने इस सीजन के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। दिल्ली-एनसीआर से लेकर उत्तर पश्चिम से पूर्वोत्तर भारत तक लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। न्यूनतम तापमान रोज गोता लगा रहा है। शनिवार को उत्तर भारत में ज्यादातर जगहों पर न्यूनतम तापमान 3 से 7 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। पंजाब से लेकर पश्चिम बंगाल तक घना कोहरा छाया रहा। इसके कारण उड़ानों व ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा। मौसम विभाग के मुताबिक, अभी चार दिन घने कोहरे और शीतलहर से राहत नहीं मिलने वाली है।
मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश के ज्यादातर, राजस्थान के कुछ और बिहार के इक्का-दुक्का क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सात डिग्री से कम रहा। सबसे कम न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री सेल्सियस हरियाणा के नारनौल, दिल्ली के आयानगर और यूपी के कानपुर में दर्ज किया गया। दिल्ली में सीजन की सबसे सर्द सुबह रही और सफदरजंग में न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एक दिन पहले शुक्रवार को 3.9 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा था।
पंजाब से लेकर पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए रविवार और सोमवार को अधिक घने कोहरे का यलो व ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हिमाचल, उत्तराखंड, बिहार, उत्तर पश्चिम बंगाल, सिक्किम, राजस्थान, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, पश्चिमी मध्य प्रदेश, पश्चिमी व पूर्वी यूपी में घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
100 ट्रेनें, 250 उड़ानें प्रभावित
घने कोहरे के कारण दिल्ली में 100 ट्रेनों व 250 उड़ानों पर असर पड़ा। रेलवे के मुताबिक, ये ट्रेनें अपने तय समय से एक से छह घंटे की देरी से पहुंचीं। इनमें मुंबई सीएसएमटी-अमृतसर, मालवा, स्वराज, मंगला लक्षद्वीप एक्सप्रेस और इंदौर-नई दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस शामिल हैं। एयरपोर्ट प्रशासन के मुताबिक, कोहरे के कारण विमानों के आगमन-प्रस्थान में देरी हुई। हालांकि, किसी उड़ान को रद्द नहीं करना पड़ा।
कश्मीर घाटी के गुरेज में हल्की बर्फबारी
कश्मीर घाटी के गुरेज सेक्टर में शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात को हल्की बर्फबारी हुई। घाटी में सीजन की पहली बर्फबारी से लोगों को राहत मिली है। हालांकि, यह भी बहुत कम है। लद्दाख के द्रास सेक्टर में भी हल्की बर्फबारी हुई है।
बेहतर पूर्वानुमान के लिए एआई की मदद लेगा मौसम विभाग
अपनी स्थापना के 150वें वर्ष मना रहे भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की नजरें अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और सुपर कंप्यूटर पर टिक गई हैं। आईएमडी इनका उपयोग कर ऐसा मॉडल तैयार करना चाहता है जिसके माध्यम से मौसम के बारे में बेहतर और सटीक जानकारी पहले ही दी जा सके।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि मौसम कार्यालय तूफान और भारी मानसूनी बारिश के कारण होने वाली भौतिक प्रक्रियाओं को बेहतर ढंग से समझने के लिए ओडिशा और मध्य प्रदेश में परीक्षण केंद्र स्थापित कर रहा है। मौसम पूर्वानुमान को बेहतर बनाने में ये केंद्र मददगार साबित हो सकते हैं।
150वीं वर्षगांठ पर आईएमडी शुरू करेगा ‘पंचायत मौसम सेवा’
आईएमडी सोमवार को ‘पंचायत मौसम सेवा’ के लॉन्च के साथ अपनी 150वीं वर्षगांठ समारोह की शुरुआत करेगा। इसका उद्देश्य हर गांव के प्रत्येक किसान तक मौसम का पूर्वानुमान पहुंचाना है और जलवायु सेवाओं के लिए राष्ट्रीय ढांचे को हर क्षेत्र और गतिविधि में जलवायु संबंधी जानकारी को मुख्यधारा में लाना है।