बिहार : कोयले से लदी मालगाड़ी ब्रेक फेल होने के बाद दुर्घटनाग्रस्त, एक-दूसरे पर चढ़े 55 डिब्बे, परिचालन ठप
गया, 26 अक्टूबर। बिहार के गया-कोडरमा रेलखंड पर स्थित गुरपा स्टेशन के पास बुधवार की सुबह कोयले से लदी मालगाड़ी ब्रेक फेल होने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मालगाड़ी के डिब्बे एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए और पूरा पहाड़ बन गया। हादसा इतना भीषण था कि बोगियों के टकराने की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह ठप हो गया है। पैसेंजर ट्रेनें पास के स्टेशनों पर ही रोक दी गई हैं।
गुरपा होम सिग्नल पार करते ही ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई
प्राप्त जानकारी के गझण्डी-गुरपा घाटी सेक्शन के दिलवा स्टेशन के पास से मालगाड़ी का ब्रेक फेल होकर लॉस ऑफ कंट्रोल हो गया। फिर गुरपा होम सिग्नल पार करते ही ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस दौरान इंजन से पीछे एक वैगन का कपलिंग टूट जाने से मालगाड़ी दो भागों में बंट गई। एक वैगन को लेकर इंजन घसीटते हुए करीब 500 मीटर दूर जाकर आरपीएफ बैरक के पास रुक गया। अन्य डिब्बे आपस में टकराकर एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए और पहाड़ बन गया।
कई किलोमीटर दूर तक गूंजी दुर्घटना की आवाज
दुर्घटना के दौरान इतनी भीषण आवाज हुई कि कुछ किलोमीटर क्षेत्र के लोग सहम गए और घटनास्थल की ओर दौड़ भागे। घटनास्थल पर सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। हादसे की सूचना पाते ही गया जंक्शन के अधिकारियों की टीम मौके के लिए रवाना हुई। धनबाद रेल मंडल के अधिकारियों की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची। कोडरमा आरपीएफ की टीम इंस्पेक्टर जवाहरलाल के नेतृत्व में दुर्घटना स्थल को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है। गया जंक्शन के डिवीजन अधिकारी फाल्गुन राय भी अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर काम कर रहे हैं।
मलबा हटाने में लगेंगे 20 घंटे
हादसे के करीब तीन घंटे बाद एक जेसीबी मशीन मौके पर पहुंची और मलबा को हटाने का काम शुरू कर दिया गया। कहा जा रहा है कि अपलाइन का ट्रैक भी उखड़ गया है। बिजली के कई खंभे टूट गए और ट्रैक्शन तार भी क्षतिग्रस्त हो गया है। कोयले और वैगन का मलबा तीनों रेलवे ट्रैक पर फैल गया है। इस कारण गया कोडरमा रूट पर ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई। मलबा हटाने में करीब 20 घंटे का वक्त लग सकता है।