चीनी वीडियो एप TikTok की 5 वर्ष बाद भारत में हुई वापसी! कांग्रेस बोली – चीन के साथ शहादत का सौदा
नई दिल्ली, 22 अगस्त। करीब पांच वर्ष बाद चीनी वीडियो एप टिकटॉक की भारत में वापसी के दावों को लेकर चर्चा तेज हो गई है। हालांकि, सरकार ने अब तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। लेकिन टिकटॉक की वेबसाइट खुलने के दावों के बीच विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस का कहना है कि नरेंद्र मोदी का चीन के प्रति प्रेम, देश प्रेम पर भारी पड़ रहा है।
अब मोदी फिर चीन से लप्पो झप्पो कर रहे
कांग्रेस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “भारत में चीन की कम्पनी ‘टिकटॉक’ की वेबसाइट चलने लगी है। चीन से झड़प में हमारे 20 जांबाज सैनिक शहीद हुए। पहले तो नरेंद्र मोदी ने चीन को क्लीनचिट दी, लेकिन.. जब कांग्रेस ने दबाव बनाया तो हेड लाइन मैनेज करने को ‘टिक टॉक’ बैन किया। अब मोदी फिर चीन से लप्पो झप्पो कर रहे हैं, चीन के विदेश मंत्री से मिले हैं और खुद चीन जाने वाले हैं… और इस बीच ही टिक टॉक से जुड़ी ये खबर आ गई। साफ है – नरेंद्र मोदी का चीन प्रेम, देश प्रेम पर भारी पड़ा है। पाकिस्तान से सीजफायर की तरह चीन के साथ भी शहादत का सौदा कर दिया गया है।”
भारत में चीन की कंपनी 'टिक टॉक' की वेबसाइट चलने लगी है.
चीन से झड़प में हमारे 20 जांबाज सैनिक शहीद हुए. पहले तो नरेंद्र मोदी ने चीन को क्लीनचिट दी.
लेकिन..
जब कांग्रेस ने दबाव बनाया तो हेड लाइन मैनेज करने को 'टिक टॉक' बैन किया.
अब मोदी फिर चीन से लप्पो झप्पो कर रहे हैं, चीन…
— Congress (@INCIndia) August 22, 2025
गौरतलब है कि वर्ष 2020 में भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताते हुए टिकटॉक समेत 59 चीनी एप्स पर रोक लगा दी थी। यह फैसला गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई लड़ाई के बाद लिया गया। सरकार का कहना था कि ये एप्स देश के लिए खतरा थे। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा था कि ये एप्स ‘भारत की संप्रभुता, अखंडता, रक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा’ हैं।
