मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने प्रधानमंत्री मोदी पर तेलंगाना का अपमान करने का लगाया आरोप, जानें क्या कहा…
हैदराबाद, 22 अप्रैल। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर संसद में राज्य के गठन पर की टिप्पणियों से तेलंगाना का अपमान करने का आरोप लगाया। रेवंत रेड्डी ने रविवार को दावा किया कि मोदी ने टिप्पणी की थी कि जब तेलंगाना के गठन का विधेयक पारित हुआ तब कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की तत्कालीन सरकार ने संसद के दरवाजे बंद कर दिए थे और ‘‘बच्चे (तेलंगाना)’’ को जन्म देने के लिए ‘‘मां (आंध्र प्रदेश)’’ की ‘‘हत्या’’ कर दी थी।
उन्होंने कांग्रेस के भुवनगिरी से उम्मीदवार चमाला किरन कुमार रेड्डी के समर्थन में एक रैली को संबोधित करते हुए पूछा कि क्या मोदी को तेलंगाना में वोट मांगने का अधिकार है जबकि वह राज्य का अपमान कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि मोदी ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन कानून में तेलंगाना से किए वादे पूरे नहीं किए जिसमें एक इस्पात संयंत्र और रेलवे कोच फैक्टरी लगाना भी शामिल हैं। रेड्डी ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार के तहत संस्थानों के दुरुपयोग के कारण देश में ‘‘लोकतांत्रिक प्रणालियां ध्वस्त हो रही हैं।’’
उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) को संविधान की रक्षा करने के लिए चुनाव जीतना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस तेलंगाना में वाम दलों के समर्थन के साथ चुनाव लड़ रही है। उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क उनके कार्यालयों में जा रहे हैं और बातचीत कर रहे हैं। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) प्रमुख के. चंद्रशेखर राव पर वाम दलों के साथ सम्मानपूर्वक बर्ताव न करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विचारों में भिन्नता के बावजूद कभी उनका अपमान नहीं किया।
बीआरएस पर निशाना साधते हुए रेड्डी ने दावा किया कि अगर राव की पार्टी लोकसभा चुनावों में एक भी सीट जीतती है तो वह उसे भी ‘‘मोदी के पास गिरवी’’ रख देंगे। रेड्डी कांग्रेस की तेलंगाना इकाई के प्रमुख भी हैं। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा सचांलित आरटीसी बसों में महिलाओं के लिए निशुल्क यात्रा, 500 रुपये में एलपीजी सिलेंडर और गरीबों को 200 यूनिट तक निशुल्क बिजली देने समेत पार्टी के चुनावी वादे लागू किए जाने का भी जिक्र किया।